दिल्ली: उन्नाव रेप पीड़िता ने राहुल-सोनिया से मुलाक़ात की, सुरक्षा और न्याय की मांग की *XSED* #34

उत्तर प्रदेश के उन्नाव रेप मामले की पीड़िता ने बुधवार, 24 दिसंबर 2025 को दिल्ली स्थित कांग्रेस नेता सोनिया गांधी के आवास पर उनसे और राहुल गांधी से मुलाकात की। पीड़िता ने न्याय की गुहार लगाते हुए आरोपी पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में एक बेहतर वकील, परिवार के लिए कांग्रेस शासित राज्य में स्थानांतरण और अपने पति के लिए बेहतर रोजगार की मांग की। दिल्ली हाईकोर्ट ने 23 दिसंबर को सेंगर को सशर्त जमानत दी थी।

पीड़िता की राजधानी में मुलाकात और मांगें

उन्नाव रेप केस की पीड़िता ने बुधवार शाम कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी से दिल्ली स्थित उनके आवास पर मुलाकात की। इस दौरान पीड़िता ने न्याय और सुरक्षा के लिए अपनी चिंताएं व्यक्त कीं। बताया गया है कि पीड़िता ने दोनों नेताओं से तीन मुख्य मांगें रखीं: सुप्रीम कोर्ट में आरोपी के खिलाफ मुकदमा लड़ने के लिए एक शीर्ष स्तर के वकील की व्यवस्था, परिवार को किसी कांग्रेस शासित राज्य में स्थानांतरित करने में सहायता, और उसके पति के लिए एक बेहतर रोजगार का प्रबंध। रिपोर्ट्स के मुताबिक, दोनों नेताओं ने उसे हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।

हाईकोर्ट के जमानत आदेश के बाद का घटनाक्रम

यह मुलाकात ऐसे समय में हुई है जब दिल्ली हाईकोर्ट ने 23 दिसंबर को इसी मामले के आरोपी और पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को चार शर्तों के साथ जमानत दे दी थी। हालांकि, पीड़िता के पिता की हत्या के एक अन्य मामले में उन्हें दस साल की सजा होने के कारण वह अभी भी जेल में हैं। इस हत्या मामले में उनकी जमानत याचिका पर 28 दिसंबर को फैसला होना है। जमानत के आदेश के विरोध में, पीड़िता, उसकी मां और एक महिला कार्यकर्ता मंगलवार देर शाम दिल्ली के इंडिया गेट के पास धरने पर बैठ गई थीं, जहां से पुलिस ने उन्हें हटा दिया था।

राजनीतिक प्रतिक्रियाएं और आरोप-प्रत्यारोप

मामले ने राजनीतिक गलियारों में भी चर्चा तेज कर दी है। एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने सोशल मीडिया पर पूछा कि क्या एक गैंगरेप पीड़िता के साथ इस तरह का व्यवहार उचित है। उन्होंने आरोपी को जमानत मिलने को निराशाजनक और शर्मनाक बताया। वहीं, उत्तर प्रदेश सरकार के एक मंत्री ने सवाल उठाया कि जब अदालत ने आरोपी को पीड़िता के घर से पांच किलोमीटर दूर रहने का आदेश दिया है, तो परिवार असुरक्षित कैसे है। उन्होंने दिल्ली में प्रदर्शन की आवश्यकता पर भी सवाल खड़े किए।

टिप्पणियाँ