उत्तर प्रदेश: कड़ाके की ठंड और घने कोहरे से जनजीवन अस्त-व्यस्त, कई शहरों में स्कूल बंद *SDFG* #35

यूपी सरकार ने अगले तीन दिनों के लिए सख्त चेतावनी जारी की है। कहा गया है कि भीषण ठंड और घना कोहरा रहेगा, जिससे दृश्यता शून्य तक जा सकती है। लोगों से बेवजह घर से न निकलने की अपील की गई है। बरेली, कानपुर, आगरा, कासगंज, औरैया और जौनपुर में 20 दिसंबर तक स्कूल बंद कर दिए गए हैं, जबकि 10 से अधिक जिलों में स्कूलों के समय में बदलाव किया गया है। हवाई व रेल यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है।

सरकार की सलाह और स्कूलों पर असर

राज्य सरकार ने लोगों से अगले 2-3 दिन तक अनावश्यक यात्रा न करने की सलाह दी है। राहत आयुक्त ने सभी 75 जिलों के अधिकारियों को मौसमी अलर्ट लोगों तक पहुंचाने के निर्देश दिए हैं। ठंड के प्रकोप को देखते हुए छह जिलों में 20 दिसंबर तक स्कूल बंद कर दिए गए हैं। वहीं, वाराणसी, प्रयागराज, गोरखपुर, मेरठ, अयोध्या, अलीगढ़, सहारनपुर, मुरादाबाद और आजमगढ़ जैसे कई जिलों में स्कूल खुलने का समय बदलकर सुबह 9 या 10 बजे से शाम 3 बजे तक कर दिया गया है।

यातायात व्यवस्था चरमराई

घने कोहरे के कारण हवाई यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है। गुरुवार को वाराणसी एयरपोर्ट पर सात उड़ानें रद्द करनी पड़ीं और एक अंतरराष्ट्रीय उड़ान को लखनऊ डायवर्ट किया गया। वाराणसी एयरपोर्ट पर 15 फरवरी तक 10 उड़ानें रद्द और 42 को पुनर्निर्धारित किया गया है। गोरखपुर एयरपोर्ट से भी बुधवार को छह उड़ानें देरी से उड़ीं। रेल यातायात भी अस्त-व्यस्त रहा, लखनऊ, गोरखपुर, वाराणसी और इटावा सहित कई स्टेशनों पर 50 से अधिक ट्रेनें लेट चल रही हैं।

अगले तीन दिन का हाल

मौसम विभाग के अनुसार, 18 से 20 दिसंबर तक पूर्वी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में घना कोहरा छाया रहेगा, जिससे दृश्यता 0 से 100 मीटर तक सीमित रह सकती है। विशेषज्ञों का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ और प्रति-चक्रवात के प्रभाव से यह स्थिति बनी हुई है। बुधवार को कानपुर न्यूनतम 6 डिग्री के साथ सबसे ठंडा शहर रहा, जबकि बरेली में 16 दिसंबर का दिन पिछले आठ साल में सबसे ठंडा रहा। इस दौरान कानपुर में एक स्कूल बस दुर्घटना भी हुई, जिसमें ड्राइवर घायल हुआ, हालांकि बच्चे सुरक्षित बच गए।

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