अलीगढ़: मोटापा और विटामिन बी6-बी12 की कमी से पुरुषों में तेजी से घट रही प्रजनन क्षमता, JN मेडिकल कॉलेज के अध्ययन में बड़ा खुलासा *XXELA* #94
अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कॉलेज में दो साल चले अध्ययन में पाया गया कि मोटापा और विटामिन बी6-बी12 की कमी से पुरुषों के शुक्राणुओं की संख्या, गतिशीलता और आकार पर गंभीर असर पड़ रहा है। 18 से 55 साल के 150 पुरुषों पर किए गए इस शोध में शुक्राणु की गुणवत्ता में 22 से 35 फीसदी तक की गिरावट दर्ज की गई।
शोध में सामने आए चौंकाने वाले नतीजे
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जेएन मेडिकल कॉलेज में दो वर्ष तक चले इस अध्ययन में 150 पुरुषों की बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई), खून में विटामिन का स्तर, शुगर प्रोफाइल और शुक्राणुओं की पूरी जांच की गई। परिणामों से पता चला कि जिन पुरुषों का वजन ज्यादा था, उनके शुक्राणुओं की गतिशीलता (मोटिलिटी) में औसतन 35 फीसदी तक की कमी आई। साथ ही शुक्राणुओं की कुल संख्या में 22 से 28 फीसदी तक गिरावट दर्ज हुई।
विटामिन की कमी और शुक्राणु का आकार बिगड़ा
शोध में यह भी सामने आया कि विटामिन बी6 और बी12 की कमी वाले पुरुषों के शुक्राणुओं का आकार (मॉर्फोलॉजी) असामान्य हो गया था, जिससे अंडे तक पहुंचने और निषेचन की संभावना बेहद कम हो जाती है। वहीं जिन लोगों में शुगर या प्री-डायबिटीज की स्थिति थी, उनमें भी वीर्य की गुणवत्ता सामान्य से काफी कमजोर पाई गई।
शरीर की अतिरिक्त चर्बी क्यों बन रही घातक?
विशेषज्ञों के अनुसार पेट और शरीर पर जमा अतिरिक्त चर्बी हार्मोन सिस्टम को बाधित करती है। इससे टेस्टोस्टेरोन हार्मोन का स्तर गिरता है और शुक्राणु बनने की प्रक्रिया प्रभावित होती है। इसके अलावा फास्ट फूड, देर रात जागना, तनाव, नशा और सेक्सवर्धक दवियों का सेवन भी पुरुष बांझपन के बड़े कारण बन रहे हैं। छोटी उम्र में हार्निया की समस्या भी आगे चलकर प्रजनन क्षमता को नुकसान पहुंचा सकती है।
ऐसे बचाई जा सकती है प्रजनन क्षमता
शोधकर्ताओं ने सुझाव दिया है कि संतुलित आहार, रोजाना कम से कम एक घंटे व्यायाम, शुगर पर नियंत्रण और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने से पुरुष प्रजनन क्षमता को काफी हद तक बचाया जा सकता है।
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