यूपी में 112 पर कॉल करते ही पुलिस को मिलेगी सटीक लोकेशन, अब मिनटों में पहुंचेगी मदद #78 *AQW*

संक्षिप्त

उत्तर प्रदेश पुलिस ने आपातकालीन हेल्पलाइन 112 पर कॉल करने वालों की सटीक लोकेशन ट्रैक करने की नई सुविधा शुरू की है। गूगल की एंड्रॉइड इमरजेंसी लोकेशन सर्विस (ईएलएस) से अब लोकेशन 10-20 मीटर के दायरे में मिलेगी, जिससे पुलिस रिस्पॉन्स वाहन (पीआरवी) जल्दी पहुंच सकेंगे। मंगलवार, 23 दिसंबर 2025 से यह व्यवस्था लागू हो गई है। यूपी पुलिस देश की पहली फोर्स है जिसने यह कदम उठाया, पहले लोकेशन 1-1.5 किमी के दायरे में आती थी। इससे पीड़ितों को तत्काल मदद मिलेगी।


आपात सहायता में नया दौर

उत्तर प्रदेश में अब 112 नंबर पर फोन करने पर पुलिस को कॉलर की बिल्कुल सटीक जगह की जानकारी मिल जाएगी। इससे सहायता पहुंचाने का समय काफी कम हो जाएगा। पहले इस हेल्पलाइन पर लोकेशन का दायरा व्यापक होने से पुलिस टीम को जगह तलाशने में कुछ देरी होती थी। लेकिन अब गूगल की सहायता से विकसित एंड्रॉइड इमरजेंसी लोकेशन सर्विस (ईएलएस) के जरिए यह समस्या दूर हो रही है। लखनऊ से शुरू हुई यह पहल पूरे प्रदेश में प्रभावी होगी, जिससे आपात स्थिति में लोगों की जान बचाने में आसानी बढ़ेगी।

एक साल की मेहनत का नतीजा

इस सुविधा को लागू करने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस ने करीब एक वर्ष से प्रयास तेज किए थे। लंबे परीक्षणों के बाद मंगलवार को इसे आधिकारिक रूप से चालू कर दिया गया। डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस ने इसकी तैयारी पर जोर दिया था, ताकि तकनीकी रूप से मजबूत सिस्टम बने। देशभर की अन्य पुलिस फोर्सेस के बीच यूपी पहली है जो ईएलएस को अपनाने में आगे साबित हुई। इससे न केवल रिस्पॉन्स टाइम घटेगा, बल्कि पीड़ितों को मिलने वाली मदद भी अधिक प्रभावी होगी।

तकनीकी बदलाव से फायदा

ईएलएस सिस्टम के तहत कॉलर की लोकेशन अब उसके आसपास मात्र 10 से 20 मीटर के दायरे में पिनपॉइंट तरीके से ट्रैक होगी। पहले 1 से 1.5 किलोमीटर के विस्तृत क्षेत्र में खोजबीन करनी पड़ती थी, जिससे पीआरवी को जगह तक पहुंचने में चंद मिनट अतिरिक्त लग जाते थे। अब यह दूरी इतनी कम हो जाएगी कि पुलिस टीम बिना भटके सीधे सहायता प्रदान कर सकेगी। यह बदलाव विशेष रूप से दुर्घटना, अपराध या चिकित्सा आपातकाल जैसी स्थितियों में कारगर साबित होगा, जहां हर सेकंड मायने रखता है। यूपी पुलिस की यह पहल सार्वजनिक सुरक्षा को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

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