समस्तीपुर: सड़क पर बिखरीं VVPAT पर्चियाँ, चुनाव आयोग ने दो कर्मचारियों को किया निलंबित *HKCE* #25
समस्तीपुर के सरायरंजन विधानसभा क्षेत्र में KSR कॉलेज के समीप 8 नवंबर को सड़क पर बड़ी संख्या में VVPAT पर्चियाँ मिलीं। निर्वाचन आयोग ने इस मामले में दो कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है। प्रशासन ने जाँच के आदेश दिए हैं और दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की बात कही है। एक राजनीतिक दल ने इस घटना पर सवाल उठाए हैं। ये पर्चियाँ मॉक पोल में इस्तेमाल हुई थीं।
बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के बाद समस्तीपुर जिले से एक चिंताजनक घटना सामने आई है। सरायरंजन विधानसभा क्षेत्र के केएसआर कॉलेज के पास की सड़क पर बड़ी मात्रा में VVPAT की पर्चियाँ बिखरी हुई पाई गईं। निर्वाचन आयोग ने त्वरित कार्रवाई करते हुए इस मामले में जिम्मेदार दो कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है।
जाँच के आदेश और आश्वासन
प्रशासनिक अधिकारियों ने इस पूरे प्रकरण की गहन जाँच के आदेश जारी किए हैं। यह स्पष्ट किया गया है कि ये पर्चियाँ वोटिंग से पहले हुए मॉक पोल की हैं, जो यह सुनिश्चित करने के लिए आयोजित किए जाते हैं कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनें और VVPAT उपकरण ठीक से काम कर रहे हैं। प्रशासन का कहना है कि जाँच में जिसके भी दोषी पाए जाने का सबूत मिलेगा, उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करते हुए एफआईआर दर्ज की जाएगी। साथ ही, यह भी आश्वासन दिया गया है कि इस घटना का मतगणना की प्रक्रिया पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ
इस घटना ने राजनीतिक गलियारों में हलचल पैदा कर दी है। महागठबंधन से जुड़े एक दल ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा करते हुए निर्वाचन आयोग से सवाल पूछे हैं। उन्होंने यह जानना चाहा है कि ये पर्चियाँ कब, कैसे और किसके इशारे पर फेंकी गईं। उन्होंने आयोग से इस बारे में जवाब माँगा है।
इस बीच, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक अलग सभा में कहा कि उन्हें जनता के फैसले पर भरोसा है। उन्होंने कहा कि जनता जो भी निर्णय लेगी, वह न्यायपूर्ण होगा। सपा नेता अखिलेश यादव ने पूर्णिया में आयोजित एक सभा में आरोप लगाया कि चुनाव आयोग एक विशेष राजनीतिक दल के लिए काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि इस बार बिहार से उस दल का पलायन होने जा रहा है।
अन्य विकास
चुनावी माहौल में एक अन्य घटना वैशाली जिले की महनार विधानसभा सीट से सामने आई, जहाँ एक राजद प्रत्याशी के खिलाफ मतदान के दौरान हुए पथराव की घटना में एफआईआर दर्ज की गई है। आरोप है कि 6 नवंबर को कैप्फ जवानों पर पथराव करवाया गया। इस मामले में प्रत्याशी समेत कई लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है और जाँच जारी है।
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