अयोध्या: राम मंदिर ध्वजारोहण समारोह के लिए सारी तैयारियां दमदार, दो सफल ट्रायल से उत्साह चरम पर *HGFD* #16

अयोध्या के राम मंदिर में 25 नवंबर को ध्वजारोहण समारोह के लिए सभी तकनीकी और सुरक्षा व्यवस्थाएं पूरी हो चुकी हैं। राम मंदिर भवन निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने बताया कि शिखर पर 11 मीटर चौड़ी व 22 मीटर लंबी पताका के दो सफल ट्रायल हो चुके हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सुरक्षा का जायजा लिया, जबकि 26 नवंबर को भारी भीड़ की चुनौती बनी हुई है।
तकनीकी दक्षता का प्रमाण 
राम मंदिर भवन निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने ध्वजारोहण की प्रक्रिया को ऐतिहासिक बताया है। शिखर पर धर्म ध्वज पताका फहराने के लिए दो बार सफल परीक्षण कर लिया गया है, और सभी तकनीकी पहलू तय हो चुके हैं। 11 मीटर चौड़ी तथा 22 मीटर लंबी पताका को रस्सी, पुली तथा मशीन प्रणाली की सहायता से ऊपर चढ़ाया जाएगा। इस पूरी व्यवस्था को सुरक्षित बनाए रखने हेतु विशेषज्ञों की एक टीम को तैनात किया गया है, ताकि कोई व्यवधान न हो।

सात मंदिरों में एक साथ ध्वजारोहण
यह समारोह केवल राम मंदिर तक सीमित नहीं रहेगा। शिखर पर पताका फहराने के साथ ही अयोध्या के सात अन्य मंदिरों में भी ध्वज रोहण होगा। इनमें शेषावतार मंदिर तथा परकोटा क्षेत्र के छह पंचायती मंदिर शामिल हैं। 25 नवंबर को इस कार्यक्रम के कारण श्रद्धालुओं को रामलला के दर्शन का अवसर नहीं मिलेगा, लेकिन अगले दिन यानी 26 नवंबर को अपार संख्या में भक्तों के पहुंचने की उम्मीद है। यह स्थिति प्रशासन के समक्ष एक प्रमुख चुनौती के रूप में उभरी है।

सुरक्षा पर विशेष जोर
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या पहुंचकर ध्वजारोहण से जुड़ी सुरक्षा व्यवस्था का विस्तृत मूल्यांकन किया। उन्होंने अधिकारियों को सख्त हिदायत दी कि किसी भी स्तर पर चूक न हो और रामलला दर्शनार्थ आने वाले श्रद्धालुओं तथा अतिथियों के साथ सौम्य व्यवहार सुनिश्चित किया जाए। यह समीक्षा कार्यक्रम की भव्यता और शांति को बनाए रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई है।

टिप्पणियाँ