एकीकृत कृषि प्रणाली को अपनाएं किसान- कुलपति *FSCV* #25
आचार्य नरेन्द्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कुमारगंज अयोध्या द्वारा संचालित कृषि विज्ञान केन्द्र बलिया पर कुलपति डॉ. बिजेंद्र सिंह का औचक आगमन हुआ। कुलपति ने केन्द्र की विभिन्न गतिविधियों का निरीक्षण किया और वैज्ञानिकों एवं किसानों के साथ विचार-विमर्श किया।
इस अवसर पर आयोजित गोष्ठी “किसानों की आय बढ़ाने में एकीकृत कृषि प्रणाली का महत्व”में उपस्थित किसानों को संबोधित करते हुए कुलपति ने कहा कि आज के समय में खेती को लाभकारी बनाने के लिए एकीकृत कृषि प्रणाली को अपनाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि किसान भाई केवल अनाज वाली फसलों पर निर्भर न रहें, बल्कि दलहन, तिलहन, सब्जियों, फलों, मशरूम उत्पादन, केचुआ खाद, पशुपालन, मुर्गी पालन, बकरी पालन, मछली पालन, बत्तख पालन तथा मधुमक्खी पालन जैसी गतिविधियों को अपनाकर अपनी आमदनी कई गुना बढ़ा सकते हैं।
उन्होंने यह भी बताया कि दो फसलों के बीच खाली खेतों में हरी खाद उगाने से भूमि की उर्वरता बनी रहती है और पर्यावरण का संरक्षण होता है। इससे खेतिहर मजदूरों के लिए भी रोजगार के अवसर सृजित होते हैं। कुलपति ने किसानों को दलहनी फसलों में कीट प्रबंधन के लिए ग्रीष्मकालीन जुताई, फसल चक्र अपनाने, फेरोमोन ट्रैप, ट्राइकोग्रामा कार्ड, ट्रैप क्रॉप (फसल की सीमाओं पर गेंदा उगाना) और जैविक कीट नियंत्रण जैसी तकनीकों की जानकारी दी। कुलपति ने किसानों को सरसों का बीज निःशुल्क वितरित किया। इस अवसर पर केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ. संजीत कुमार ने सभी किसानों, वैज्ञानिकों एवं कर्मचारियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि कृषि विज्ञान केन्द्र भविष्य में भी किसानों के हित में उत्साहपूर्वक कार्य करता रहेगा।
इस मौके पर कुलपति के सचिव डॉ. जसवंत सिंह, शस्य वैज्ञानिक डॉ. सोमेंद्र नाथ, मृदा वैज्ञानिक डॉ. अनिल कुमार पाल, पादप सुरक्षा वैज्ञानिक डॉ. अभिषेक यादव, प्रक्षेत्र प्रबंधक डॉ. सतीश कुमार सिंह यादव, कार्यक्रम सहायक धर्मेंद्र कुमार, परिचर रामतोल सहित बड़ी संख्या में क्षेत्रीय किसान उपस्थित रहे।
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