मऊ: घोसी के सपा विधायक सुधाकर सिंह का निधन, अंतिम संस्कार में उमड़ी भीड़ *FGVB* #15
मऊ जिलेकी घोसी विधानसभा से समाजवादी पार्टी के विधायक सुधाकर सिंह (67) का 20 नवंबर 2025 को गुरुवार सुबह लखनऊ के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया। 17 नवंबर को दिल्ली में एक शादी समारोह में शामिल होने के बाद 18 नवंबर को लौटते ही उनकी तबीयत बिगड़ गई थी। बड़े बेटे अजीत प्रताप सिंह ने सरयू नदी के दोहरी घाट पर मुखाग्नि दी। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने परिवार को सांत्वना दी।
राजनीतिक जीवन की शुरुआत और उतार-चढ़ाव
सुधाकर सिंह का जन्म 11 नवंबर 1958 को मऊ के घोसी ब्लॉक के भावनपुर गांव में हुआ था। छात्र जीवन से ही राजनीति में सक्रिय रहे। आपातकाल के दौरान मात्र 17 वर्ष की उम्र में जयप्रकाश नारायण के समग्र क्रांति आंदोलन में भाग लिया और जेल यात्रा की। 1977-78 तथा 1978-79 में घोसी के सर्वोदय डिग्री कॉलेज के छात्र संघ अध्यक्ष रहे।
उनका विधायकी का सफर 1996 में नत्थूपुर सीट से समाजवादी पार्टी के टिकट पर पहली जीत के साथ शुरू हुआ। 2012 में घोसी से विधायक बने। वे सपा के वरिष्ठ नेता शिवपाल यादव के करीबी माने जाते थे। हालांकि, 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के फागू चौहान से हार का सामना करना पड़ा। 2019 के उपचुनाव में भी फागू चौहान (जो बाद में बिहार के राज्यपाल बने) से 2000 वोटों के अंतर से पराजित हुए। 2022 में सपा ने अंतिम समय में उनका टिकट काटकर भाजपा से आए दारा सिंह चौहान को दे दिया। निर्दलीय लड़े, लेकिन हार गए। 2023 में दारा सिंह चौहान के भाजपा में वापसी और इस्तीफे के बाद हुए उपचुनाव में सुधाकर सिंह ने वापसी की।
स्वास्थ्य बिगड़ने से अंतिम सांस
17 नवंबर को दिल्ली में उमर अंसारी के विवाह समारोह के रिसेप्शन में शरीक होने के बाद 18 नवंबर (मंगलवार) रात को मऊ लौटे। उसी रात अचानक तबीयत ज्यादा खराब हो गई। परिवार ने उन्हें तत्काल लखनऊ के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया, जहां चिकित्सकों की टीम ने उनकी निगरानी की। गुरुवार सुबह इलाज के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके पुत्र व पूर्व ब्लॉक प्रमुख डॉ. सुजीत सिंह ने निधन की पुष्टि की। सपा प्रमुख अखिलेश यादव अस्पताल पहुंचे और परिवार को सांत्वना दी। इस दौरान सुजीत सिंह भावुक हो उठे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोशल मीडिया पर शोक संदेश जारी कर परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की।
भावनपुर से दोहरी घाट तक भावुक शवयात्रा
परिवार व सपा कार्यकर्ताओं ने पार्थिव शरीर को भावनपुर गांव पहुंचाया, जहां समर्थकों की भारी भीड़ उमड़ आई। बिहार के पूर्व राज्यपाल फागू चौहान, उनके विधायक पुत्र रामविलास चौहान (मधुबन) तथा गाजीपुर सांसद अफजाल अंसारी भी पधारे। तिरंगे में लिपटा शव भावनपुर से 19 किलोमीटर लंबी शवयात्रा के साथ निकला। आजमगढ़ सांसद धर्मेंद्र यादव, मुबारकपुर विधायक अखिलेश यादव, आजमगढ़ सदर विधायक दुर्गा प्रसाद यादव, अतरौलिया विधायक संग्राम सिंह यादव तथा बलिया की बैरिया से विधायक जय प्रकाश अंचल सहित हजारों लोग शामिल हुए। लोग पुष्प वर्षा करते रहे। सैकड़ों वाहनों का काफिला शाम साढ़े पांच बजे सरयू नदी के दोहरी घाट पहुंचा। बड़े पुत्र अजीत प्रताप सिंह ने शाम सात बजे मुखाग्नि दी।
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