बिहार: पहले चरण में 64.46% मतदान, डिप्टी सीएम पर हमला और कई हिंसक घटनाओं ने बढ़ाई चुनावी गर्मी *DEHB* #26

बिहार  विधानसभा चुनाव के पहले चरण में गुरुवार, 06 नवंबर को 18 जिलों की 121 सीटों पर 64.46 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। इस दौरान लखीसराय में उपमुख्यमंत्री की गाड़ी पर हमला, पटना में एक उम्मीदवार द्वारा पुलिसकर्मी को धमकी और वैशाली में केंद्रीय बलों पर पथराव जैसी घटनाएं सामने आईं। मतदान 14 नवंबर को घोषित होने वाले नतीजों का मार्ग प्रशस्त करेगा।

बिहार विधानसभा चुनाव का पहला चरण गुरुवार, 06 नवंबर को संपन्न हो गया। पहले चरण में 18 जिलों की 121 सीटों के लिए हुए मतदान में 64.46 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि इस बार महिला मतदाताओं की भागीदारी विशेष रूप से अधिक रही। 400 से अधिक मतदान केंद्रों के आंकड़े अभी प्राप्त होने बाकी हैं।

मतदान प्रतिशत और प्रमुख चुनावी मैदान

इस चरण मेंकुल 1314 उम्मीदवार चुनावी मैदान में थे, जिनमें से 104 सीटों पर सीधा और 17 सीटों पर तिकड़ी मुकाबला रहा। चुनाव आयोग के अनुसार, इस चरण में 18 मंत्रियों सहित कई बड़े नेताओं की राजनैतिक तकदीर का फैसला हुआ है। कुल 243 सीटों वाली विधानसभा के लिए दो-चरणीय चुनाव का अगला दौर शेष सीटों पर होगा और नतीजे 14 नवंबर को आएंगे।

चुनावी दिन हुईं प्रमुख घटनाएं

मतदान केदौरान राज्य के विभिन्न हिस्सों से हिंसा और अशांति की कई रिपोर्टें सामने आईं। लखीसराय में उपमुख्यमंत्री की गाड़ी पर हमला हुआ। पटना के मनेर क्षेत्र में एक राजनैतिक दल के उम्मीदवार ने एक पुलिस दरोगा को धमकी दी। वैशाली में एक उम्मीदवार द्वारा भड़काए जाने के आरोप में लोगों ने केंद्रीय सशस्त्र बलों पर पथराव किया, हालांकि इसमें किसी के घायल होने की सूचना नहीं है। सारण जिले में एक उम्मीदवार की गाड़ी पर ईंट-पत्थर से हमला दर्ज किया गया।

अनूठे मामले और स्थानीय मुद्दे

कुछ क्षेत्रोंमें मतदान बहिष्कार भी देखा गया। सीवान, दरभंगा और मुजफ्फरपुर के आठ मतदान केंद्रों पर स्थानीय मांगों को लेकर, जैसे सड़क और श्मशान घाट का निर्माण, मतदान का बहिष्कार किया गया। नालंदा जिले के एक मतदान केंद्र पर एक भी वोट नहीं पड़ा। एक सकारात्मक घटना मुंगेर के नक्सल प्रभावित भीमबंद गांव में देखी गई, जहां लगभग 20 साल बाद मतदान हुआ। पटना के दीघा इलाके के मतदाताओं को मतदान केंद्र तक पहुंचने के लिए नाव का सहारा लेना पड़ा। सीवान के गरौली में देर शाम तक मतदान जारी रहा, जहां लगभग 150 मतदाताओं ने टॉर्च की रोशनी में अपने वोट डाले।

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