लखनऊ: 24 वर्षीय लोन रिकवरी एजेंट की रहस्यमयी मौत, परिवार ने पीट-पीटकर हत्या का आरोप लगाया *FGBH* #14
लखनऊ के इंदिरानगर सेक्टर-8 में 24 वर्षीय शशि प्रकाश उपाध्याय का खून से सना शव लोहिया अस्पताल में मिला। वह किसी कॉल के बाद घर से निकले थे। परिजनों को सूचना मिली कि उनकी तबीयत बिगड़ी है, लेकिन पहुंचने पर मौत की खबर सामने आई। विष्णु एंड कंपनी के लिए काम करने वाले शशि की हत्या का शक जताते हुए परिवार ने पुलिस से शिकायत की है। जांच जारी है।
परिवार का सदमा और संदेह
लखनऊ के इंदिरानगर सेक्टर-8 स्थित रघुराजनगर में रहने वाले चंद्रभूषण उपाध्याय के बेटे शशि प्रकाश उपाध्याय (24) की अचानक मौत ने पूरे परिवार को स्तब्ध कर दिया है। वह पिता और अन्य परिजनों के साथ किराए के मकान में रहते थे। रिकवरी एजेंट के रूप में विष्णु एंड कंपनी से जुड़े शशि का शव खून से लथपथ हालत में लोहिया अस्पताल पहुंचा, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। परिजनों का कहना है कि शव की हालत देखकर लगता है कि किसी ने उन पर क्रूरता से हमला किया। यह घटना शहर के उस इलाके में हुई, जहां शशि रहते थे और काम से जुड़े रहते थे।
कॉल के बाद गायब होना
देर शाम शशि को एक कॉल आया, जिसके बाद वह टहलने के बहाने घर से बाहर निकल गए। कुछ घंटों बाद ही पुलिस ने परिवार को फोन किया कि शशि की हालत नाजुक है और वे लोहिया अस्पताल में भर्ती हैं। परिजन तुरंत लखनऊ पहुंचे, लेकिन वहां उन्हें भयानक सच्चाई का सामना करना पड़ा। भाई ने आसपास के लोगों से सुनी बातों का हवाला देते हुए बताया कि कुछ लोगों ने शशि पर हमला बोला। शव की चोटें गंभीर लग रही हैं, जो हत्या की ओर इशारा करती हैं। परिवार का आरोप है कि यह सुनियोजित वारदात हो सकती है, खासकर उनके काम की वजह से।
पुलिस की कार्रवाई और आगे की राह
घटना स्थल इंदिरानगर सेक्टर-8 का है, जहां प्रारंभिक जांच शुरू हो चुकी है। गाजीपुर थाने के इंस्पेक्टर ने स्पष्ट किया कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और परिजनों की लिखित शिकायत के आधार पर मामले की गहन पड़ताल की जाएगी। फिलहाल कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है, लेकिन पुलिस आसपास के सीसीटीवी और गवाहों से सुराग जुटा रही है। यह हादसा लोन रिकवरी जैसे संवेदनशील पेशे से जुड़े खतरों को फिर से उजागर करता है, जहां युवा कर्मचारियों को अक्सर धमकियां मिलती रहती हैं। परिवार न्याय की उम्मीद में पुलिस पर भरोसा जता रहा है।
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