कुमारगंज: वन हेल्थ पीयर ट्रेनिंग प्रोग्राम संपन्न, युवाओं को बनाया भविष्य का लीडर *TREO* #7
आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, कुमारगंज में मंगलवार, 7 अक्टूबर को ‘वन हेल्थ पीयर ट्रेनिंग प्रोग्राम’ आयोजित हुआ। कुलपति डॉ. विजेंद्र सिंह ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। डॉ. यामिनी सैनी व डॉ. शुभम अग्रवाल (IIPHG) ने विशेष अतिथि के रूप में छात्रों को वन हेल्थ की बहुआयामी प्रकृति से अवगत कराया।
चलिए समझते हैं पूरा घटनाक्रम
मंगलवार, 7 अक्टूबर 2025 को आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, कुमारगंज के वेटनरी ऑडिटोरियम में एक दिवसीय ‘वन हेल्थ पीयर ट्रेनिंग प्रोग्राम – एम्पावरिंग वन हेल्थ यंग लीडर्स’ का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक हेल्थ, गांधीनगर (IIPHG), Chevron, COHERD, OHNI तथा SEAOHUN के सहयोग से आयोजित किया गया था।
युवा लीडर्स को ट्रेनिंग देने का मकसद
इस प्रशिक्षण का प्रमुख उद्देश्य छात्रों को ‘वन हेल्थ’ की अवधारणा से परिचित कराना तथा मानव, पशु एवं पर्यावरण स्वास्थ्य के बीच समन्वय स्थापित करने के लिए युवा नेतृत्व को प्रशिक्षित करना था। कार्यक्रम की आयोजक सचिव डॉ. नमिता जोशी ने बताया कि इसका लक्ष्य छात्रों में अंतरविषयक सोच को प्रोत्साहित करना और उन्हें भावी वन हेल्थ लीडर्स के रूप में तैयार करना है।
कार्यक्रम में हुईं रोचक गतिविधियाँ
प्रशिक्षण के दौरान वन हेल्थ से जुड़े विविध पहलुओं पर स्नातक छात्रों द्वारा व्याख्यान आयोजित किए गए। साथ ही, छात्रों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए क्विज़, खेल, पोस्टर एवं कोलाज प्रतियोगिता जैसी रोचक गतिविधियाँ भी आयोजित की गईं। कार्यक्रम का विशेष आकर्षण विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत नाट्य प्रस्तुति (स्किट) रही, जिसमें COVID-19 जैसी ज़ूनोटिक बीमारियों से निपटने में वन हेल्थ दृष्टिकोण की महत्ता को प्रदर्शित किया गया।
कार्यक्रम में शामिल हुए ये प्रमुख लोग
इस अवसर पर विशेष अतिथि के रूप में IIPHG की ओर से डॉ. यामिनी सैनी एवं डॉ. शुभम अग्रवाल मौजूद रहे। कार्यक्रम में डॉ. डी. नियोगी (अधिष्ठाता छात्र कल्याण), डॉ. सत्यव्रत सिंह (सह-आयोजक सचिव), डॉ. चंद्रशेखर, डॉ. आशा वर्मा, डॉ. विभा यादव के अलावा विश्वविद्यालय के अन्य शिक्षकगण, कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहे।
समापन सत्र में दिया गया संदेश
कार्यक्रम के समापन पर कुलपति डॉ. विजेंद्र सिंह ने छात्रों को वन हेल्थ के सिद्धांतों को अपने कार्य एवं अनुसंधान में आत्मसात करने का संदेश दिया। उन्होंने ऐसी पहल को समय की आवश्यकता बताया और भविष्य के लिए शुभकामनाएँ दीं।
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