रामपुर: अखिलेश-आजम की मुलाकात, सपा प्रमुख बोले- आजम पार्टी के दरख्त *DEOK* #7

रामपुर में बुधवार को सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने आजम खान से मुलाकात की। दोनों के बीच दो घंटे तक बंद कमरे में बातचीत हुई। अखिलेश ने कहा कि आजम पर भाजपा केस करके रिकॉर्ड बना रही है और वे पार्टी की दरख्त हैं।

चलिए समझते हैं पूरा घटनाक्रम

सपा प्रमुख अखिलेश यादव बुधवार, 08 अक्टूबर 2025 की सुबह साढ़े 11 बजे लखनऊ से निजी विमान से रामपुर के लिए रवाना हुए। वह पहले बरेली एयरपोर्ट पहुंचे और फिर हेलिकॉप्टर से दोपहर 12:45 बजे रामपुर की जौहर यूनिवर्सिटी में उतरे। आजम खान ने अखिलेश को स्वयं रिसीव किया और दोनों एक ही कार में बैठकर आजम के घर पहुंचे। यहां दोनों नेताओं के बीच दो घंटे 10 मिनट तक बातचीत हुई, जिसमें उन्होंने साथ लंच भी किया।


अखिलेश के बयान में जोरदार समर्थन

मुलाकात के बाद अखिलेश यादव ने मीडिया से बातचीत में कहा, "आजम साहब बहुत पुराने नेता हैं। उनका गहरा साया हमेशा हमारे साथ रहा है। आजम खान हमारी पार्टी का दरख्त (पेड़) हैं।" उन्होंने आगे कहा, "आजम परिवार पर भाजपा केस करके वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाना चाहती है। यह बड़ी लड़ाई है और उसमें हम सब मिलकर लड़ेंगे।" अखिलेश ने यह भी उल्लेख किया कि जेल से रिहाई के समय (23 सितंबर) वह आजम से मिलने नहीं पहुंच पाए थे, इसलिए अब मिलने आए हैं।

आजम खान का कविताई अंदाज में जवाब

आजम खान ने मुलाकात के बाद अपने विशेष अंदाज में कहा, "खूबसूरते हाल तो आज भी वही है, चलिए किस गली में चलेंगे। अब तो हमारे लिए मोहब्बतों का जुनून समंदर बन चुका है।" इमरजेंसी और वर्तमान समय के अंतर पर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा, "पहले आदमियत थी। अब हैवानियत भी नहीं है। शर्म आती है।" भविष्य की योजनाओं के बारे में उन्होंने कहा, "अभी यह तय करना है कि कौन अपना और कौन नहीं? मुझे उसके लिए कुछ वक्त चाहिए।"

रामपुर सांसद मोहिबुल्लाह नदवी को लेकर विवाद

अखिलेश यादव के साथ रामपुर सांसद मोहिबुल्लाह नदवी भी आए थे, लेकिन आजम खान की मर्जी के खिलाफ होने के कारण अखिलेश ने उन्हें बरेली में ही छोड़ दिया। आजम खान ने मंगलवार को स्पष्ट किया था कि वह सिर्फ अखिलेश से मिलेंगे, किसी और से नहीं, और रामपुर सांसद से वाकिफ नहीं हैं। बाद में आजम ने कहा कि प्रशासन किसी दूसरे को आने की इजाजत नहीं दे रहा था, इसलिए मोहिबुल्लाह नहीं आ सके।

आजम की रिहाई और मामलों की पृष्ठभूमि

आजम खान 23 सितंबर 2025 को 23 महीने बाद सीतापुर जेल से रिहा हुए थे। उनके खिलाफ 104 मुकदमे दर्ज हैं, जिनमें से 12 मामलों में फैसला आ चुका है। रिहाई के समय अखिलेश के न पहुंचने पर आजम ने तंज कसा था, लेकिन इस मुलाकात से पार्टी में एकता का संदेश दिया गया है। आजम की पत्नी तंजीन फातिमा और बेटा इस दौरान मौजूद नहीं थे।

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