लखनऊ: कांशीराम परिनिर्वाण दिवस पर बीएसपी की रिकॉर्ड रैली, मायावती ने कहा- विरोधियों की नींद उड़ी #16 *LKO*
बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने गुरुवार को लखनऊ में कांशीराम के परिनिर्वाण दिवस पर हुई रैली में उमड़े जनसैलाब पर खुशी जताते हुए कहा कि इसने विरोधियों की नींद उड़ा दी है। उन्होंने 2027 के विधानसभा चुनाव के लिए कार्यकर्ताओं से पूरी निष्ठा से जुटने का आह्वान किया।
चलिए समझते हैं पूरा घटनाक्रम
बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) के संस्थापक कांशीराम के 19वें परिनिर्वाण दिवस के अवसर पर गुरुवार, 9 अक्टूबर को लखनऊ में एक विशाल रैली का आयोजन किया गया। पार्टी सुप्रीमो मायावती ने शुक्रवार को एक सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए इस रैली की सफलता पर खुशी जाहिर की। उन्होंने लिखा कि लखनऊ में उमड़ा "रिकॉर्ड भीड़" का जनसैलाब बीएसपी की ताकत और बहुजन समाज की एकजुटता का प्रमाण है। पार्टी पदाधिकारियों ने दावा किया कि इस महा-आयोजन में 4 से 5 लाख लोगों की भीड़ उमड़ी, जिसमें उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिलों से कार्यकर्ता शामिल हुए।
मिशन 2027 के लिए मायावती का आह्वान
मायावती ने कहा कि यह जनसैलाब अब रुकने वाला नहीं है और यह सामाजिक परिवर्तन की वह लहर है जो यूपी से उठकर पूरे देश में बहुजन समाज की सत्ता की नई कहानी लिखेगी। उन्होंने कार्यकर्ताओं को 'मिशन 2027' के लिए पूरी निष्ठा से जुट जाने और विरोधियों की "बेतुकी बयानबाजी" पर ध्यान न देने का मंत्र दिया। उन्होंने यह भी कहा कि बहुजन समाज अब शोषित नहीं, बल्कि शासक बनकर उभर रहा है। मायावती ने पार्टी के सभी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को रैली को सफल बनाने के लिए धन्यवाद दिया।
विरोधियों की प्रतिक्रियाएं
मायावती के भाषण और रैली के बाद विभिन्न राजनीतिक दलों की ओर से तीखी प्रतिक्रियाएं आईं। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने शायरी के अंदाज में जवाब देते हुए कहा, "क्योंकि ‘उनकी’ अंदरूनी साठगांठ है जारी, इसीलिए वो हैं ज़ुल्म करने वालों के आभारी।" वहीं, कांग्रेस की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने इस रैली को 'बीजेपी फंडेड' बताया। भाजपा नेताओं यूपी सरकार में मंत्री असीम अरुण और संजय निषाद तथा सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने मायावती द्वारा योगी सरकार की तारीफ पर धन्यवाद दिया। आप नेता संजय सिंह और बसपा के पूर्व नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने भी मायावती पर तीखे हमले किए।
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