अवध विश्वविद्यालय: छात्रवृत्ति के नए नियम, अब एक आय प्रमाणपत्र पर सिर्फ एक छात्र को मिलेगा लाभ #11 *vv*
सारांश:
अवध विश्वविद्यालय व संबद्ध कॉलेजों में छात्रवृत्ति के नियम बदले। समाज कल्याण विभाग के नए नियमों के अनुसार, अब एक पिता के आय प्रमाणपत्र पर केवल एक छात्र ही आवेदन कर सकेगा। प्रत्येक छात्र के लिए अलग आय प्रमाणपत्र अनिवार्य होगा।
चलिए समझते हैं पूरा नया नियम
डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय और इससे जुड़े सभी कॉलेजों के छात्रों के लिए छात्रवृत्ति की प्रक्रिया में बड़ा बदलाव किया गया है। समाज कल्याण विभाग द्वारा जारी नई गाइडलाइन के मुताबिक, अब एक ही परिवार के दो बच्चे एक पिता के आय प्रमाणपत्र का इस्तेमाल करके छात्रवृत्ति के लिए आवेदन नहीं कर पाएंगे। हर छात्र को अपना अलग आय प्रमाणपत्र लगाना जरूरी होगा।
किसका आय प्रमाणपत्र मान्य होगा?
नए प्रवेश लेने वाले छात्रों के लिए उनके पिता का आय प्रमाणपत्र जमा करना अनिवार्य रहेगा। हालाँकि, अगर पिता का निधन हो गया है, तो ऐसी स्थिति में माता के नाम से जारी आय प्रमाणपत्र को मान्यता दी जाएगी। यह नई गाइडलाइन सभी कॉलेजों और विभागाध्यक्षों को भेज दी गई है।
आवेदन प्रक्रिया में ये हैं बदलाव
सभी छात्रों को पोर्टल पर वन टाइम रजिस्ट्रेशन (OTR) करना होगा। अगर किसी छात्र के आधार कार्ड में कोई त्रुटि है, तो उसे पहले उसे सही करवाना होगा, उसके बाद ही आवेदन किया जा सकेगा। अगर किसी छात्र के पास नामांकन संख्या नहीं है, तो उसे विश्वविद्यालय के नामांकन विभाग से इसे प्राप्त करना होगा।
कौन से छात्र हैं पात्र?
यूपी बोर्ड, आईसीएससी बोर्ड और सीबीएससी बोर्ड के अलावा किसी अन्य बोर्ड से हाईस्कूल पास करने वाले छात्र अब यूपी छात्रवृत्ति के लिए पात्र नहीं होंगे। ऐसे छात्रों को राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल (NSP) पर आवेदन करना होगा।
बैंक खाते को लेकर है यह शर्त
छात्रवृत्ति का लाभ लेने के लिए छात्र का बैंक खाता आधार नंबर से लिंक होना चाहिए और उसमें कम से कम 10,000 रुपये का लेन-देन (ट्रांजैक्शन) करने की सुविधा होनी चाहिए।
रिजल्ट नहीं आया तो क्या करें?
जो छात्र पहले से ही छात्रवृत्ति ले रहे हैं और उनका अभी तक रिजल्ट घोषित नहीं हुआ है, वे आवेदन फॉर्म भरते समय "रिजल्ट नॉट डिक्लेयर" का विकल्प चुन सकते हैं।
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