अयोध्या : युवती हत्या का नया खुलासा, असली हत्यारा प्रेमी राजीव यादव गिरफ्तार, एनकाउंटर में घायल #9 *PWE*
सारांश:
अयोध्या कैंट थाना क्षेत्र में 31 अगस्त को हुई युवती की हत्या का असली आरोपी उसका प्रेमी राजीव यादव निकला। पुलिस ने उसे एनकाउंटर में घायल कर गिरफ्तार किया। उसने पुलिस को गुमराह करने के लिए युवती के फोन से कॉल फॉरवर्डिंग आलोक निषाद के नंबर पर कर दी थी। शक है कि हत्या से पहले राजीव ने युवती के साथ दुष्कर्म किया | हत्या की मुख्य वजह युवती की बढ़ती हुई मांगें बताई जा रही हैं |
मामले में नया मोड़ कैसे आया?
युवती की हत्या के बाद शुरुआती जांच में आलोक निषाद पर संदेह हुआ था और उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। हालांकि, जांच में तब बड़ा सुराग मिला जब युवती का मोबाइल फोन घटनास्थल से कुछ दूर एक ईंट के नीचे दबा मिला। फोन चालू अवस्था में था और इसकी जांच में पता चला कि उसकी सारी कॉल्स आलोक निषाद के नंबर पर फॉरवर्ड हो रही थीं। यह पूरा सेटअप राजीव यादव ने पुलिस को गलत रास्ते पर लगाने के लिए किया था।
कैसे हुई असली हत्यारे की पहचान?
कॉल फॉरवर्डिंग का पता चलने के बाद पुलिस की नजर युवती के दूसरे प्रेमी राजीव यादव पर गई। पुलिस ने उसे गिरफ्तार करने के लिए घेराबंदी की। घटनास्थल पर राजीव यादव ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करने की बजाय एक दरोगा की रिवॉल्वर छीन ली और भागने का प्रयास किया। इस दौरान पुलिस की जवाबी कार्रवाई में उसे पैर में गोली लगी। घायल अवस्था में उसे अयोध्या के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
हत्या की वजह क्या थी?
पुलिस जांच के अनुसार, हत्या की मुख्य वजह युवती की बढ़ती हुई मांगें बताई जा रही हैं, जिससे राजीव यादव परेशान था। पुलिस को शक है कि हत्या से पहले राजीव ने युवती के साथ दुष्कर्म किया और उसके बाद उसकी अपनी ही सलवार से उसका गला घोंटकर हत्या कर दी।
पुराना मामला क्या था?
31 अगस्त को अयोध्या के थाना कैंट क्षेत्र के पलिया शाहबादी गांव के पास एक खेत में युवती का अर्धनग्न शव मिला था। परिजनों के इल्जाम के आधार पर प्रेमी आलोक निषाद के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया था। मगर, ताजा जांच में असली हत्यारा राजीव यादव सामने आया है और आलोक निषाद निर्दोष पाया गया है।
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