मायावती का 9 साल बाद लखनऊ में होगा शक्ति प्रदर्शन: 3 लाख भीड़ का लक्ष्य #8 *QW*

सारांश: 

बसपा प्रमुख मायावती 9 अक्टूबर को लखनऊ में कांशीराम पुण्यतिथि पर रैली करेंगी, 3 लाख भीड़ का लक्ष्य। बैठक में भतीजे आकाश अनुपस्थित रहे। आज हुई बैठक में पंचायत चुनाव व 2027 की रणनीति पर हुई चर्चा, विपक्ष पर साजिश का आरोप लगाया।


चलिए समझते हैं पूरा घटनाक्रम

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में आगामी पंचायत चुनावों से पहले बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने लखनऊ में 9 साल बाद बड़े शक्ति प्रदर्शन की तैयारी शुरू कर दी है। पार्टी की ओर से 9 अक्टूबर को कांशीराम स्मारक स्थल पर होने वाली रैली में खुद मायावती शामिल होंगी। इस रैली में तीन लाख लोगों के जुटाने का लक्ष्य रखा गया है।

रविवार को हुई समीक्षा बैठक में क्या हुआ?

मायावती ने रविवार को लखनऊ स्थित पार्टी कार्यालय पर एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक बुलाई। इस बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर सतीश चंद्र मिश्रा, विधायक उमाशंकर सिंह, प्रदेश अध्यक्ष विश्वनाथ पाल के साथ-साथ सभी मंडल और जिला प्रभारी, जिला अध्यक्ष तथा मंडल अध्यक्ष शामिल हुए। बैठक का मुख्य एजेंडा 9 अक्टूबर की रैली की तैयारियों पर चर्चा करना था। विधायक उमाशंकर सिंह ने दावा किया कि यह रैली ऐतिहासिक होगी और बहुजन समाज की ऐतिहासिक भीड़ अब तक के सभी रिकॉर्ड तोड़ देगी।

भतीजे आकाश की अनुपस्थिति पर सवाल

इस बैठक में एक बड़ी खास बात यह रही कि मायावती के भतीजे आकाश आनंद और उनके ससुर अशोक सिद्धार्थ बैठक में शामिल नहीं हुए। हालांकि, उनके न आने की कोई औपचारिक वजह सामने नहीं आई है। इससे पार्टी के भीतर मौजूद गुटबाजी के संकेत मिल रहे हैं।

पार्टी को मजबूत करने की रणनीति

बैठक में मायावती ने संगठन को मजबूत करने का मास्टर प्लान पेश किया। उन्होंने जिला से लेकर बूथ स्तर तक पार्टी कमेटियों के गठन की प्रगति की जांच की। मायावती ने कहा कि उनका मिशन सर्वसमाज को जोड़ना और बहुजनों के आत्म-सम्मान को बुलंद करना है। रैली के लिए हर विधानसभा से 50-50 बसों के लक्ष्य के साथ तैयारी करने के निर्देश दिए गए हैं।

विपक्ष पर लगाए साजिश के आरोप

मायावती ने विपक्षी दलों पर बसपा और उनके नेतृत्व को कमजोर करने की साजिश का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि साम, दाम, दंड, भेद की नीति अपनाकर दलित, आदिवासी, पिछड़े और अल्पसंख्यकों को उनके संवैधानिक अधिकारों से वंचित करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने पूजास्थलों और महापुरुषों के अपमान की घटनाओं पर भी चिंता जताई।

ट्रम्प टैरिफ पर केंद्र सरकार को नसीहत

मायावती ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की ओर से प्रस्तावित 50% टैरिफ को भारत के लिए बड़ी चुनौती बताया। उन्होंने केंद्र की भाजपा सरकार पर कड़े प्रहार करते हुए कहा कि सरकार को जनहित और देशहित में अपनी नीतियों में ठोस सुधार लाना होगा, वरना गरीबी, बेरोजगारी और महंगाई देश के मान-सम्मान को दुनिया में कमजोर करेगी।

आगामी चुनावों पर हुई मंथन

सूत्रों के मुताबिक, इस बैठक में आगामी उत्तर प्रदेश पंचायत चुनाव 2025 और 2027 के विधानसभा चुनाव की रणनीति पर भी मंथन हुआ। आकाश आनंद को बिहार चुनाव का प्रभारी बनाए जाने के बाद अब यूपी पर फोकस बढ़ा है। पार्टी मुख्यालय पर मायावती, उनके भाई आनंद और आकाश के होर्डिंग लगाए गए हैं, जिससे साफ जाहिर है कि पार्टी में मायावती के बाद अब उनके भाई और भतीजे ही प्रमुख चेहरा बन चुके हैं।

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