अयोध्या: 2.61 लाख डुप्लीकेट मतदाताओं की जांच शुरू, 11 BDO बने नोडल अधिकारी #9 *QWE*
सारांश:
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से चिन्हित अयोध्या के 2.61 लाख संदिग्ध डुप्लीकेट मतदाताओं का सत्यापन शुरू। जिला निर्वाचन अधिकारी निखिल फुंडे ने 11 ब्लॉकों के BDOs को नोडल अधिकारी नियुक्त किया, BLO घर-घर जाकर करेंगे पुष्टि।
चलिए समझते हैं पूरा घटनाक्रम
अयोध्या। त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों की तैयारी के तहत जिले में मतदाता सूची में डुप्लीकेट नामों की पड़ताल के लिए बड़ा अभियान शुरू किया गया है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से चिन्हित किए गए 2.61 लाख संदिग्ध डुप्लीकेट मतदाताओं के सत्यापन का काम शुरू हो गया है।
किसे मिली जिम्मेदारी?
राज्य निर्वाचन आयोग ने इसकी सूची जिला निर्वाचन अधिकारी (पंचायत) निखिल टीकाराम फुंडे को भेजी है। इसके बाद जिले के सभी 11 ब्लॉकों के खंड विकास अधिकारियों (BDO) को इस काम का नोडल अधिकारी बनाया गया है। अब बूथ लेवल अधिकारी (BLO) इन मतदाताओं का सत्यापन करेंगे।
BLO कैसे करेंगे सत्यापन?
बीएलओ गणना तालिका के साथ संदिग्ध मतदाताओं की सूची लेकर अब घर-घर जाएंगे। अगर कोई मतदाता डुप्लीकेट पाया जाता है, तो उसके नाम के आगे 'हां' लिखा जाएगा। अगर डुप्लीकेट नहीं है, तो उस मतदाता के आधार कार्ड के अंतिम चार अंक दर्ज किए जाएंगे।
सत्यापन के बाद क्या होगा?
सहायक निर्वाचन अधिकारी सुर्यभान यादव के मुताबिक, सत्यापन के बाद संदिग्ध मतदाताओं का अपमार्जन (हटाने का काम) किया जाएगा। इस पूरी प्रक्रिया की निगरानी और नियमित समीक्षा का जिम्मा खंड विकास अधिकारियों (BDO) का होगा।
पारदर्शिता के साथ काम करने के निर्देश
मिल्कीपुर तहसील सभागार में बीएलओ की एक बैठक भी आयोजित की जाएगी। उप जिलाधिकारी मिल्कीपुर सुधीर कुमार ने बताया कि बीएलओ को निर्देश दिए जाएंगे कि वे अपने कार्य में पूरी पारदर्शिता और निष्पक्षता बनाए रखें। इस कार्य में लापरवाही बरतने पर बीएलओ के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
बैठक में बीएलओ को सूची में नए मतदाताओं को जोड़ने और पुराने मतदाताओं की जानकारी अपडेट करने के बारे में भी बताया जाएगा।
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