अयोध्या: राम मंदिर सुरक्षा के लिए NSG हब को मंजूरी, 8 एकड़ जमीन आवंटित #5 *PPPO*

सारांश:

योगी कैबिनेट ने अयोध्या कैंटोनमेंट में 8 एकड़ जमीन पर NSG इंटीग्रेटेड हब बनाने की मंजूरी दी। जमीन 99 साल के निशुल्क पट्टे पर दी जाएगी। 5 जुलाई 2005 के आतंकी हमले और राम मंदिर में 5 करोड़ श्रद्धालुओं के आगमन के बाद सुरक्षा बढ़ाने का निर्णय लिया गया।



योगी सरकार का बड़ा फैसला

अयोध्या में राम मंदिर की सुरक्षा को चाक-चौबंद करने के लिए योगी आदित्यनाथ कैबिनेट ने ऐतिहासिक फैसला लिया है। कैबिनेट ने शहर के कैंटोनमेंट इलाके में 8 एकड़ जमीन पर नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (NSG) का इंटीग्रेटेड हब बनाने की प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी है। यह जमीन NSG को 99 साल के निशुल्क पट्टे पर दी जाएगी। केंद्र सरकार की योजना के मुताबिक, इस हब में ब्लैक कैट कमांडो की ट्रेनिंग और तैनाती दोनों शामिल होंगी।

आतंकी खतरों के बीच क्यों जरूरी है यह हब?

अयोध्या में राम मंदिर को लेकर आतंकी अलर्ट लगातार बने हुए हैं। 5 जुलाई 2005 को सुबह 9:15 बजे मंदिर पर हुए फिदायीन हमले ने सुरक्षा चुनौतियों को उजागर किया था। वहीं, 22 जनवरी 2024 को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद से अब तक 5 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं। रोजाना 50 हजार से लेकर 4 लाख तक भक्तों के आने का अनुमान है। ऐसे में, आतंकी घटनाओं से निपटने के लिए त्वरित कार्रवाई करने वाली फोर्स की जरूरत महसूस की जा रही थी।

हब में क्या-क्या होगा खास?

NSG का यह इंटीग्रेटेड हब सुरक्षा व्यवस्था में क्रांतिकारी बदलाव लाएगा। इसमें ब्लैक कैट कमांडो को विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी और उन्हें स्थायी रूप से तैनात किया जाएगा। गृह मंत्रालय के मुताबिक, यह हब आपात स्थिति में सेकंडों में रिस्पॉन्स देने में सक्षम होगा। साथ ही, यहाँ सुरक्षा बलों के लिए एडवांस टेक्नोलॉजी और वेपन सिस्टम भी मुहैया कराए जाएंगे।

अधिकारी ने क्या कहा?

अयोध्या के कमिश्नर गौरव दयाल ने बताया कि शहर में आतंकी खतरे के इनपुट लगातार मिल रहे हैं। उन्होंने कहा, "पहले भी फिदायीन हमला हो चुका है। ऐसे खतरों से निपटने के लिए NSG हब जरूरी था। जल्द ही इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू होगा।" उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि राम मंदिर परिसर के पूर्ण निर्माण और आने वाले दिनों में डेढ़ दर्जन नए मंदिरों में दर्शन शुरू होने के बाद सुरक्षा चुनौतियाँ और बढ़ सकती हैं।

आगे क्या है योजना?

सरकार का फोकस अब इस हब को जल्द से जल्ड ऑपरेशनल बनाने पर है। कमिश्नर दयाल के मुताबिक, जमीन आवंटन का प्रोसेस पूरा हो चुका है और नक्शा तैयारी के अंतिम चरण में है। इस हब के चालू होते ही अयोध्या में सुरक्षा बलों की प्रतिक्रिया समय घटकर मिनटों में आ जाएगी। इससे न सिर्फ राम मंदिर, बल्कि पूरे शहर की सुरक्षा व्यवस्था मजबूत होगी।


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