अयोध्या : अस्पतालों की सुरक्षा पूर्व सैनिकों को सौंपी, 77 जवान तैनात; आउटसोर्स स्टाफ हटा #3 *DLW*

सारांश:

अयोध्या जिला प्रशासन ने अस्पतालों की सुरक्षा पूर्व सैनिकों को सौंपी। जिला अस्पताल, महिला अस्पताल, श्रीराम अस्पताल (अयोध्या धाम) और 5 सीएचसी (पूरा बाजार, सोहावल, बीकापुर, मिल्कीपुर, रुदौली) में सूबेदार इंद्र भारती (पूर्व सैनिक कल्याण परिषद) की देखरेख में 77 जवान तैनात। आउटसोर्स कर्मियों को हटाया गया।



अस्पताल सुरक्षा में ऐतिहासिक बदलाव

अयोध्या के सभी प्रमुख अस्पतालों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) की सुरक्षा जिम्मेदारी अब पूर्व सैनिकों को सौंप दी गई है। जिला प्रशासन के इस फैसले का मकसद मरीजों और तीमारदारों को सुरक्षित माहौल देना है। 15 जुलाई को आउटसोर्सिंग कंपनी के सुरक्षाकर्मियों का कार्यकाल खत्म होने के बाद उन्हें हटा दिया गया।

ये अस्पताल आएंगे कवर

नई व्यवस्था में शामिल अस्पतालों की सूची:

  • जिला अस्पताल
  • जिला महिला अस्पताल
  • श्रीराम अस्पताल (अयोध्या धाम)
  • सीएचसी पूरा बाजार
  • सीएचसी सोहावल
  • सीएचसी बीकापुर
  • सीएचसी मिल्कीपुर
  • सीएचसी रुदौली

सूबेदार इंद्र भारती की कमान में तैनाती

पूर्व सैनिक कल्याण परिषद, गोरखपुर के सूबेदार इंद्र भारती को इस पूरे अभियान का सुपरवाइजर नियुक्त किया गया है। उन्होंने बताया कि कुल 77 पूर्व सैनिक तैनात किए गए हैं। सबसे ज्यादा 21 जवान जिला अस्पताल में ड्यूटी संभाल रहे हैं, जबकि बाकी अन्य अस्पतालों में भेजे गए हैं।

क्यों की गई यह पहल?

प्रशासन के मुताबिक, पूर्व सैनिकों की अनुशासित ट्रेनिंग और अनुभव से तीन बड़े फायदे होंगे:

  1. अस्पताल परिसरों में सुरक्षा मजबूत होगी।
  2. मरीजों और उनके साथियों को हिंसा या झगड़ों से सुरक्षा मिलेगी।
  3. चोरी, अव्यवस्था और अन्य सुरक्षा समस्याओं पर कारगर नियंत्रण होगा।

पहले से थी योजना

सूत्रों के अनुसार, यह फैसला पहले से ही प्रस्तावित था। पूर्व सैनिक कल्याण परिषद के जरिए योग्य जवानों को सुरक्षा ड्यूटी में शामिल करने की योजना पर अब अमल शुरू हो गया है। प्रशासन इसे "अनुशासित और सशक्त सुरक्षा ढांचे" की पहल बता रहा है।


स्रोत: जिला प्रशासन अयोध्या एवं पूर्व सैनिक कल्याण परिषद

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