इंदौर की पीएचडी स्कॉलर रोहिणी का आरोप: सांसद चंद्रशेखर ने इस्तेमाल करके छोड़ा, कहा- अब बदला लूंगी #11 *BKW*

सारांश:

इंदौर की पीएचडी स्कॉलर डॉ. रोहिणी घावरी ने यूपी के नगीना सांसद व भीम आर्मी संस्थापक चंद्रशेखर आजाद पर उत्पीड़न का आरोप लगाया। रोहिणी के मुताबिक, 2019 से 3.5 साल के रिश्ते के बाद नवंबर 2023 में सांसद बनते ही चंद्रशेखर ने उन्हें साइडलाइन कर दिया। रोहिणी अब 'जन-पावर फाउंडेशन' के माध्यम से समाज सेवा करेंगी, जबकि चंद्रशेखर ने टिप्पणी से इनकार किया।रोहिणी ने नोटों से भरा एक बैैग भी पोस्ट किया और लिखा कि चंद्रशेखर को भाजपा के द्वारा पैसे आ रहे हैं।



चलिए समझते हैं पूरा मामला
इंदौर के बीमा अस्पताल में सफाईकर्मी की बेटी और पीएचडी स्कॉलर डॉ. रोहिणी घावरी ने सोशल मीडिया पर सांसद चंद्रशेखर आजाद के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए हैं। रोहिणी ने एक्स (ट्विटर) पर पोस्ट कर दावा किया कि चंद्रशेखर ने उन्हें "राजनीतिक फायदे के लिए इस्तेमाल किया और फिर छोड़ दिया।" उन्होंने यह भी कहा कि चंद्रशेखर की एक और पीड़ित लड़की से उनकी बात हुई है।


कैसे शुरू हुआ रिश्ता?
रोहिणी बताती हैं कि 2019 में जब वह स्विट्जरलैंड में पढ़ रही थीं, तब अंतरराष्ट्रीय मंच पर सफाईकर्मियों के हक की आवाज़ उठाने के लिए उन्होंने चंद्रशेखर से संपर्क किया। उस समय चंद्रशेखर की बहुजन समाज में सकारात्मक छवि थी। धीरे-धीरे दोनों नजदीक आए और 3 जून 2021 से उनका रिश्ता शुरू हुआ। रोहिणी के अनुसार, "हमने यह रिश्ता सामाजिक आंदोलनों में साथ काम करने के लिए चुना था।"


रिश्ते में दरार कब आई?
रोहिणी ने बताया कि नवंबर 2023 (लोकसभा चुनाव से 6 महीने पहले) तक चंद्रशेखर के हर फैसले में वह शामिल रहीं, यहां तक कि नगीना सीट चुनने में भी। लेकिन सांसद बनने की कगार पर चंद्रशेखर का रवैया अचानक बदल गया:

"उन्होंने मुझे पूरी तरह साइडलाइन कर दिया। मुझे लगता है कि उन्होंने 3 साल तक सिर्फ अपनी राजनीति चमकाने के लिए मेरा इस्तेमाल किया।"

कैसे निकलीं इस स्थिति से?


इस घटना के बाद रोहिणी गंभीर अवसाद में चली गईं, लेकिन उन्होंने अपनी पीएचडी पूरी की। उनका कहना है:

"मैं स्विट्ज़रलैंड में खुश थी, लेकिन चंद्रशेखर से मिलने के बाद मैंने खुद को पूरी तरह उनके आंदोलनों को समर्पित कर दिया। अचानक ऐसा क्या मिल गया उन्हें कि उन्होंने मुझे भुला दिया?"

अब आगे क्या करेंगी रोहिणी?
रोहिणी ने साफ किया कि वह चंद्रशेखर से "बदला लेकर रहेंगी" और अन्य पीड़ित लड़कियों को न्याय दिलाएंगी। हालांकि, राजनीति में आने से उन्होंने इनकार किया:

"मैंने 'जन-पावर फाउंडेशन' शुरू किया है, जो गरीब बच्चों को आईआईटी, यूपीएससी जैसी परीक्षाओं की मुफ्त कोचिंग देगा। 1 जून को हमने इसका ऐप भी लॉन्च किया है। अब तक 10,000 से ज्यादा लोग जुड़ चुके हैं।"

सांसद ने क्या कहा?
चंद्रशेखर आजाद ने बात करने से साफ इनकार कर दिया। सोशल मीडिया पर यह मामला तेजी से वायरल हो रहा है, जहां यूजर्स रोहिणी के समर्थन और चंद्रशेखर की निंदा कर रहे हैं।

कौन हैं डॉ. रोहिणी?
रोहिणी इंदौर के एक सरकारी अस्पताल में काम करने वाली सफाईकर्मी की बेटी हैं। स्विट्ज़रलैंड में पढ़ाई के दौरान उनकी मुलाकात चंद्रशेखर से हुई। वह अब तकरीबन 3.5 साल बाद सार्वजनिक मंच पर आकर आरोप लगा रही हैं।

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