किसानों के उत्पाद विदेश भेजेगी सरकार, मुख्य सचिव ने कार्यक्रम में किया एलान #4 *BJW*
सारांश:
कुसुम्भा गांव में अयोध्या के कुमारगंज स्थित आचार्य नरेंद्र देव कृषि विवि के 'विकिसित कृषि संकल्प अभियान' कार्यक्रम में मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने घोषणा की कि सरकार किसानों के उत्पाद अंतरराष्ट्रीय बाजार में भेजेगी। उन्होंने किसानों को नई तकनीक अपनाने, मृदा स्वास्थ्य कार्ड और कृषि यंत्र दिए। कुलपति डा. बिजेंद्र सिंह ने खेत समतलीकरण और सूक्ष्म सिंचाई पर जोर दिया। 500+ किसानों ने भाग लिया।
कुसुम्भा गांव में जुटे किसान और अधिकारी
बाराबंकी जिले के देवा ब्लॉक के कुसुम्भा गांव में बुधवार को आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय ने 'विकिसित कृषि संकल्प अभियान' का आयोजन किया। कार्यक्रम में मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। साथ ही कुलपति डा. बिजेंद्र सिंह, कृषि निदेशक, जिलाधिकारी और केवीके वैज्ञानिकों समेत 500 से अधिक किसान मौजूद रहे।
"खेती को व्यवसाय बनाएं" : मुख्य सचिव का किसानों को संदेश
मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने किसानों को सीधा संबोधित करते हुए कहा, "वैज्ञानिक तकनीक अपनाकर आप मुनाफा बढ़ा सकते हैं। आज खेती को व्यवसाय के तौर पर देखने की जरूरत है।" उन्होंने खुलासा किया कि उत्तर प्रदेश सरकार किसानों के उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भेजने का काम कर रही है, जिससे आय बढ़ेगी। इसी कड़ी में किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड और कृषि यंत्रीकरण योजना के कार्ड-चाबी सौंपे गए।
कुलपति ने बताई कम लागत में ज्यादा मुनाफे की रणनीति
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे कुलपति डा. बिजेंद्र सिंह ने किसानों को दो अहम सुझाव दिए:
- खेत समतलीकरण : इससे फसल उत्पादन बढ़ेगा।
- सूक्ष्म सिंचाई : कम पानी और लागत में अधिक मुनाफा कमाया जा सकेगा।
उन्होंने जोर देकर कहा, "छोटे सुधारों से आमदनी बढ़ाना संभव है।"
किसानों को मिली नई तकनीकों की जानकारी
आईआईएसआर और विश्वविद्यालय के कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को सरकारी योजनाओं और आधुनिक खेती के तरीकों पर विस्तार से बताया। कार्यक्रम में कृषि निदेशक, अपर निदेशक और जनपद के अधिकारियों ने भी किसानों की समस्याओं को सुना और मार्गदर्शन दिया। अभियान का उद्देश्य किसानों को वैज्ञानिक खेती से जोड़कर उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत करना है।
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