MAUSAM : 18-22 जून तक गरज-बारिश, किसान सिंचाई-बुवाई रोकें, परिपक्व फसलों को सुरक्षित करें #7 *KJW*
सारांश:
चंद्रशेखर आजाद कृषि विवि, कानपुर के कृषि मौसम अधिकारी अजय मिश्रा ने DBUP India के माध्यम से किसानों को सलाह दी है कि 18-22 जून, 2025 के बीच गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। खड़ी फसलों की सिंचाई और मक्का, तिल, अरहर, मूंगफली जैसी खरीफ फसलों की बुवाई स्थगित करें। परिपक्व फसलों की कटाई कर दानों को सुरक्षित स्थान पर रखें।
मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के नवीनतम पूर्वानुमान के अनुसार, कानपुर और आसपास के इलाकों में 18 से 22 जून, 2025 के बीच गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग ने इसे "स्थानीय स्तर पर सक्रिय मौसम" बताया है।
किसान भाई तुरंत करें ये काम
चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, कानपुर के कृषि मौसम तकनीक अधिकारी अजय मिश्रा ने किसानों को निम्न सलाह जारी की है:
- सिंचाई और बुवाई रोकें: खेत में खड़ी फसलों की सिंचाई न करें। खरीफ फसलों जैसे मक्का, तिल, अरहर, मूंगफली आदि की बुवाई का काम तत्काल स्थगित कर दें।
- परिपक्व फसलों को बचाएँ: जिन फसलों की कटाई का समय हो चुका है, उन्हें तुरंत काट लें। कटी हुई फसलों की मड़ाई करके दानों को सुरक्षित स्थान पर संरक्षित करें।
- जल निकास का प्रबंध: भारी बारिश की स्थिति में खेतों से पानी निकालने की उचित व्यवस्था पहले से सुनिश्चित करें।
बारिश से फसलों को क्यों है खतरा?
अधिकारी मिश्रा के अनुसार, इस दौरान होने वाली बारिश और आँधी-तूफान से खेतों में पानी भर सकता है। इससे बुवाई के बाद बीज खराब हो सकते हैं या खड़ी फसलों को नुकसान पहुँच सकता है। साथ ही, परिपक्व फसलें भीगकर नष्ट हो सकती हैं। ऐसे में किसानों को सलाह दी गई है कि वे मौसम अपडेट पर नजर बनाए रखें और उपरोक्त सावधानियाँ अवश्य बरतें।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें