16 अरब पासवर्ड/ डाटा लीक: क्या आपकी ऑनलाइन दुनिया अब भी सुरक्षित है? इतिहास का सबसे बड़े साइबर हमला #19 *LOW*
सारांश:
जनवरी 2025 से चल रही साइबरन्यूज की जांच के अनुसार जून 2025 में पता चला की 16 अरब से अधिक लॉगिन क्रेडेंशियल वाले 30 विशाल डेटाबेस का पर्दाफाश हुआ है, जो दुनिया का सबसे बड़ा पासवर्ड लीक है। फेसबुक, इंस्टाग्राम, जीमेल, एप्पल और सरकारी पोर्टल्स सहित कई प्रमुख प्लेटफॉर्म्स के करोड़ों उपयोगकर्ता प्रभावित हैं। इस नई और खतरनाक जानकारी से पहचान की चोरी, अकाउंट हैकिंग और लक्षित फ़िशिंग हमलों का खतरा कई गुना बढ़ गया है, जिससे हर ऑनलाइन यूजर की सुरक्षा दांव पर है। आज के आर्टिकल में जानेंगे कैसे सुरक्षित रहें एवं कैसे जाने आपका डाटा कहीं लीक तो नहीं !
नमस्कार दोस्तों! आपकी ऑनलाइन सुरक्षा के लिए आज एक ऐसी खबर लेकर आए हैं, जिसे सुनकर शायद आप चौंक जाएंगे, लेकिन इसे जानना आपके लिए बेहद ज़रूरी है। आज बात हो रही है इतिहास के सबसे बड़े साइबर हमले की – जहां 16 अरब से ज़्यादा पासवर्ड्स और लॉगिन डिटेल्स लीक हो गए हैं! जी हां, आपने सही सुना, 16 अरब! और दुख की बात ये है कि शायद आपका भी कोई न कोई ऑनलाइन अकाउंट इसकी चपेट में आ चुका है।
तो क्या है ये पूरा मामला? चलिए, तफ्सील से समझते हैं
बात कुछ महीने पहले की है, जब साइबरन्यूज के शोधकर्ता जनवरी 2025 से एक बेहद बड़ी जांच में जुटे थे। उनकी टीम एक के बाद एक डेटाबेस खंगाल रही थी और जो सामने आया, वो चौंका देने वाला था। उन्होंने कुल 30 ऐसे विशाल डेटाबेस खोज निकाले हैं, जिनमें एक, दो नहीं, पूरे 16 अरब से ज़्यादा लॉगिन क्रेडेंशियल मौजूद हैं! इसमें सिर्फ यूजरनेम और पासवर्ड ही नहीं, बल्कि कौन सी वेबसाइट है, कौन सा यूजरनेम है, और उसका पासवर्ड क्या है – ये पूरी जानकारी मौजूद है। ज़रा सोचिए, यह संख्या हमारी पृथ्वी की आबादी से भी लगभग दोगुनी है। इसका सीधा मतलब है कि एक ही व्यक्ति के कई ऑनलाइन खातों की जानकारी अपराधियों के हाथ लग गई है।
कौन-कौन से बड़े नाम हैं इस लीक की चपेट में?
यह कोई छोटा-मोटा लीक नहीं है, दोस्तों! इसका दायरा इतना बड़ा है कि शायद ही कोई बड़ा ऑनलाइन प्लेटफॉर्म इससे अछूता रहा हो। इस लीक में फेसबुक, इंस्टाग्राम, जीमेल, एप्पल, गिटहब, टेलीग्राम, और यहां तक कि कई वीपीएन सेवाओं और कुछ सरकारी पोर्टलों के भी लॉगिन क्रेडेंशियल्स शामिल बताए जा रहे हैं। यानी, अगर आप इनमें से किसी भी सर्विस का इस्तेमाल करते हैं, तो आपको तुरंत सतर्क होने की ज़रूरत है।
ये पासवर्ड आखिर लीक हुए कैसे? क्या ये पुरानी जानकारी है?
अब आप सोच रहे होंगे कि क्या ये कोई पुराना डेटा है जो फिर से सामने आ गया? तो जवाब है, नहीं! शोधकर्ताओं का साफ कहना है कि यह डेटा केवल पुरानी लीक्स का दोबारा इस्तेमाल नहीं है। यह जानकारी कई तरीकों से इकट्ठा की गई है:
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इन्फोस्टीलर मैलवेयर: यह एक ख़तरनाक सॉफ़्टवेयर होता है जो आपके कंप्यूटर या फोन में घुसपैठ कर लेता है और आपकी निजी जानकारी, जैसे पासवर्ड, क्रेडिट कार्ड डिटेल्स, वगैरह चुरा लेता है।
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क्रेडेंशियल स्टफिंग सेट्स: ये ऐसी लिस्ट होती हैं जिनमें हैकर्स पुराने लीक्स से मिले यूजरनेम-पासवर्ड के जोड़े को अलग-अलग वेबसाइट्स पर आज़माते हैं, यह जानने के लिए कि क्या किसी ने एक ही पासवर्ड कई जगह इस्तेमाल किया है।
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रीपैकेज्ड लीक्स: कुछ हद तक पुराने लीक्स से डेटा लिया गया है, लेकिन उसे नए सिरे से व्यवस्थित करके और उसमें नई जानकारी जोड़कर एक साथ लाया गया है।
सबसे चिंताजनक बात ये है कि विशेषज्ञ इसे "ताज़ा, हथियार बनाने योग्य जानकारी" बता रहे हैं। इसका मतलब है कि यह डेटा पूरी तरह से सक्रिय है और साइबर अपराधियों के लिए किसी बड़े हथियार से कम नहीं है! इसका मतलब क्या है? आपकी सुरक्षा को क्या खतरा है?
ये 16 अरब पासवर्ड सिर्फ नंबर नहीं हैं, ये साइबर अपराधियों के लिए एक "ब्लूप्रिंट" है। यह एक ऐसा नक्शा है जिससे वे आपके ऑनलाइन जीवन में घुसपैठ कर सकते हैं। इसके भयानक परिणाम हो सकते हैं:
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अकाउंट हैकिंग: आपके ईमेल, सोशल मीडिया, ऑनलाइन शॉपिंग और बैंक खातों पर सीधे हमला हो सकता है। अपराधी आपके नाम से लॉग इन कर सकते हैं।
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पहचान की चोरी: आपकी निजी जानकारी का इस्तेमाल करके अपराधी आपके नाम पर लोन ले सकते हैं, फर्जी बैंक खाते खोल सकते हैं, या कोई भी धोखाधड़ी कर सकते हैं।
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लक्षित फ़िशिंग हमले: चूंकि अपराधियों के पास अब आपका यूजरनेम और पासवर्ड मौजूद है, वे आपको बेहद विश्वसनीय दिखने वाले फ़िशिंग ईमेल या मैसेज भेज सकते हैं। वे आपको लगेगा कि ईमेल आपके बैंक या किसी जानी-मानी कंपनी से आया है, और आप जानकारी देने की गलती कर सकते हैं।
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वित्तीय नुकसान: यदि आपके बैंकिंग या पेमेंट ऐप के क्रेडेंशियल लीक हो गए, तो आपकी गाढ़ी कमाई पर डाका पड़ सकता है।
तो अब क्या करें? खुद को कैसे बचाएं इस साइबर हमले से?
देखिए, दोस्तों, घबराना नहीं है, लेकिन सतर्क रहना बहुत ज़रूरी है। यह खबर आपको इसलिए बताई जा रही है ताकि आप खुद को सुरक्षित रख सकें। कुछ ज़रूरी कदम हैं जो आपको तुरंत उठाने चाहिए:-
अपने पासवर्ड तुरंत बदलें: सबसे पहला काम, उन सभी ऑनलाइन खातों के पासवर्ड तुरंत बदल दें जिनके बारे में आपको लगता है कि वे प्रभावित हो सकते हैं। और हां, अगर आप एक ही पासवर्ड कई जगह इस्तेमाल कर रहे थे, तो उन सभी जगह उसे बदल दें।
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मजबूत और अलग पासवर्ड बनाएं: हर ऑनलाइन सेवा के लिए एक नया और मजबूत पासवर्ड बनाएं। इसमें बड़े और छोटे अक्षर, संख्याएं और कुछ विशेष चिन्ह (जैसे @, #, $, %) ज़रूर शामिल करें। भूलकर भी "123456" या "password" जैसे आसान पासवर्ड न रखें।
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पासवर्ड मैनेजर का इस्तेमाल करें: अगर इतने सारे पासवर्ड याद रखना मुश्किल लगता है, तो एक भरोसेमंद पासवर्ड मैनेजर ऐप का उपयोग करें। यह आपके सभी पासवर्ड को सुरक्षित रखता है और आपको केवल एक मास्टर पासवर्ड याद रखना होता है।
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टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) ऑन करें: यह सुरक्षा की सबसे महत्वपूर्ण परतों में से एक है। जहां भी संभव हो, अपने खातों के लिए टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (दो-कारक प्रमाणीकरण) चालू करें। इससे लॉग इन करते समय पासवर्ड के अलावा आपके फोन पर एक कोड आता है, जिससे कोई और बिना आपके फोन के लॉग इन नहीं कर पाएगा।
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संदिग्ध ईमेल और मैसेज से बचें: किसी भी ऐसे ईमेल या मैसेज पर क्लिक न करें जो संदिग्ध लगे, भले ही वह किसी जाने-पहचाने व्यक्ति से आया हो। लिंक पर क्लिक करने से पहले हमेशा भेजने वाले का पता और लिंक का URL जांचें।
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अपनी ऑनलाइन गतिविधियों पर नज़र रखें: अपने बैंक स्टेटमेंट, क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट और अन्य ऑनलाइन खातों पर किसी भी अनजान या संदिग्ध लेनदेन के लिए नियमित रूप से नज़र रखें।
कैसे जाने डाटा लीक हुआ या नहीं ?
www.haveibeenpwned.com एक चर्चित वेबसाइट है जहां आप अपना ईमेल या अन्य डिटेल डालकर जान सकते हैं कि क्या आपका डाटा लीक हुआ है या नहीं - यह फ्री है।
दोस्तों, यह साइबर हमला एक बड़ी चेतावनी है। हमारी ऑनलाइन दुनिया लगातार खतरों से घिरी रहती है। जागरूक रहना और सही कदम उठाना ही हमें सुरक्षित रख सकता है। यह था DBUP India पर आपके लिए एक बहुत महत्वपूर्ण अपडेट। हम आपके लिए ऐसी ही खबरें लाते रहेंगे, जो सीधे आपको प्रभावित करती हैं। सुरक्षित रहें, सतर्क रहें!
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