सावधान: भारत में WhatsApp और फोन पर पाकिस्तानी साइबर हमले जारी, ऐसी फाइल ना खोलें #15 *IUW*
सारांश:
भारत में लगातार बढ़ते पाकिस्तानी साइबर हमले। WhatsApp, कॉल और सोशल मीडिया के जरिए जासूसी की कोशिशें हो रही हैं। लोग फर्जी फाइल जिनके अंत में .pdf / .apk / .exe (उदाहरण- Kashmir.apk) है या महिला के वीडियो-कॉल्स और लिंक खोलने से बचें। अगर कोई संदिग्ध गतिविधि दिखे तो फोन तुरंत एयरप्लेन मोड पर डालें और इंटरनेट बंद करें, फर्जी नंबर को तुरंत ब्लॉक करें और रिपोर्ट करें।
पाकिस्तान कर रहा भारत में साइबर हमला – जानिए कैसे
पाकिस्तानी साइबर जासूस भारत में लगातार WhatsApp, फोन कॉल्स, और सोशल मीडिया के माध्यम से नागरिकों, विशेष रूप से सुरक्षा बलों को निशाना बना रहे हैं। इन हमलों का मकसद है – मोबाइल फोन से जरूरी जानकारी चुराना, जासूसी करना और फर्जी संदेशों से भ्रम फैलाना।
साइबर एजेंसियों के मुताबिक, यह हमले "हनीट्रैप", "फेक प्रोफाइल", और "मैलवेयर लिंक" के जरिये हो रहे हैं। कई बार ये हमलावर भारतीय सैनिकों या अधिकारियों के रिश्तेदार बनकर बातचीत शुरू करते हैं।
किन तरीकों से हो रहा हमला?
1. फेक WhatsApp मैसेज और कॉल्स:
पाकिस्तान से भेजे गए नंबरों से मैसेज या कॉल आते हैं जिनमें खुद को किसी सेना अधिकारी, पत्रकार या परिचित बताकर बातचीत शुरू की जाती है।
2. मैलवेयर वाली PDF, वीडियो, फोटो:
(.pdf, .mp4) इन फाइलों को खोलते ही मोबाइल में वायरस आ जाता है जो डाटा चुरा लेता है – जैसे कॉल रिकॉर्डिंग, लोकेशन, कैमरा एक्सेस आदि।
3. फर्जी ऐप (APK) डाउनलोड:
(.apk) पाकिस्तानी एजेंट सोशल मीडिया या मैसेज के जरिए ऐसे APK ऐप भेजते हैं जो दिखने में सामान्य होते हैं, पर असल में फोन को पूरी तरह एक्सेस कर लेते हैं।
4. लिंक पर क्लिक कराना:
"सरकारी स्कीम", "रिजर्व बैंक से इनाम", "सेना भर्ती" जैसे फर्जी लिंक भेजकर यूजर को क्लिक करने के लिए मजबूर किया जाता है।
5. हनीट्रैप से जासूसी:
फर्जी महिला प्रोफाइल बनाकर चैट शुरू की जाती है, फिर धीरे-धीरे निजी जानकारी और फोटो ली जाती है – विशेषकर जवानों और सरकारी कर्मचारियों से।
कौन लोग हैं सबसे ज्यादा निशाने पर?
- भारतीय सेना और अर्धसैनिक बलों के जवान
- पुलिस कर्मी
- सरकारी अधिकारी
- बैंककर्मी
- तकनीकी क्षेत्र में कार्यरत लोग
- आम लोग जो फर्जी स्कीम या इनाम में विश्वास कर लेते हैं
किन चीजों से बचें?
1. अनजान नंबर से आए WhatsApp कॉल या वीडियो कॉल न उठाएं
2. अनजान लिंक पर क्लिक न करें, चाहे वह कितना भी आकर्षक लगे
3. PDF, फोटो या APK फाइल बिना जांचे न खोलें
4. गूगल प्ले स्टोर के बाहर से कोई भी ऐप न डाउनलोड करें
5. सोशल मीडिया पर फर्जी प्रोफाइल से दोस्ती या चैटिंग से बचें
6. फोन में अच्छा एंटीवायरस और सिक्योरिटी ऐप जरूर रखें
7. सरकार या बैंक कभी भी WhatsApp या SMS से इनाम नहीं देते – ऐसे मैसेज फर्जी होते हैं
अगर कोई संदिग्ध गतिविधि दिखे तो क्या करें?
- साइबर क्राइम की वेबसाइट https://www.cybercrime.gov.in/ पर शिकायत करें
- स्थानीय पुलिस या ATS को सूचित करें
- फोन तुरंत एयरप्लेन मोड पर डालें और डेटा बंद करें
- फर्जी नंबर को तुरंत ब्लॉक करें और रिपोर्ट करें
एजेंसियों की अपील – सावधानी ही सबसे बड़ा हथियार
भारतीय खुफिया एजेंसियों और रक्षा मंत्रालय ने सभी नागरिकों, खासकर सेना और सुरक्षाकर्मियों से अपील की है कि वे फोन और सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते समय अत्यधिक सतर्क रहें।
भरोसे की पुष्टि किए बिना कोई भी लिंक या फाइल न खोलें, और साइबर जागरूकता को बढ़ाएं। छोटी सी लापरवाही भी देश की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बन सकती है।
DBUP इंडिया की सलाह:
इस समय साइबर हमले एक अदृश्य युद्ध का हिस्सा बन चुके हैं। जब सीमा पर सैनिक जाग रहे हैं, तो मोबाइल पर हम सभी को भी सतर्क रहना चाहिए।
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