अयोध्या: मॉकड्रिल में बम हमले जैसा दृश्य, 6 जगह ब्लैकआउट और धमाकों से मची अफरा-तफरी #3 *IOW*
सारांश:
7 मई को शाम 7 बजे अयोध्या के पुष्पराज चौराहा, तहसील तिराहा, पोस्ट ऑफिस चौराहा, राम मंदिर क्षेत्र, इंटर कॉलेज और एयरपोर्ट पर मॉकड्रिल हुई। धमाकों, सायरन और ब्लैकआउट से लोग सहम गए। फायर ब्रिगेड ने धुएं पर 10 मिनट में काबू पाया। डीएम, एसएसपी समेत सभी अधिकारियों ने मौके का निरीक्षण किया।
मॉकड्रिल में दिखाया गया युद्ध जैसी स्थिति का दृश्य
शाम 7 बजे अयोध्या शहर के 6 प्रमुख स्थानों पर सुरक्षा एजेंसियों ने अचानक मॉकड्रिल शुरू की। मकसद था – युद्ध या आतंकी हमले जैसी स्थिति में आम जनता और प्रशासन की तैयारियों का आकलन करना।
इन जगहों पर ड्रिल की गई:
- पुष्पराज चौराहा
- पोस्ट ऑफिस चौराहा
- तहसील तिराहा
- राजकीय इंटर कॉलेज
- महर्षि वाल्मीकि एयरपोर्ट
- राम मंदिर क्षेत्र
सायरन की तेज आवाज के बाद शहर की बिजली काट दी गई, जिससे पूरे इलाके में कुछ देर के लिए अंधेरा छा गया।
ब्लास्ट की आवाज से घबराए लोग, जमीन पर लेटकर बचाई जान
मॉकड्रिल के दौरान जैसे ही धमाके की आवाज सुनाई दी, लोग इधर-उधर भागने लगे। कई लोगों ने जमीन पर लेटकर खुद को सुरक्षित किया। धुआं उठता देख तत्काल पुलिस व फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई। कुछ ही मिनटों में राहत-बचाव टीम मौके पर पहुंच गई और 10 मिनट में आग पर काबू पा लिया गया।
खुशकिस्मती रही कि यह केवल अभ्यास था, कोई असल नुकसान या घायल नहीं हुआ।
मौके पर पहुंचे डीएम, एसएसपी और अन्य अधिकारी
मॉकड्रिल के बाद डीएम निखिल टीकाराम फुंडे, एसएसपी और सीएमओ समेत सभी संबंधित अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने पूरी स्थिति का जायजा लिया और स्थानीय लोगों से बातचीत कर युद्ध जैसी स्थिति में बचाव के तरीके बताए।
ब्लैकआउट और अफरातफरी: नागरिकों को सिखाया गया व्यवहार
ड्रिल के दौरान बिजली बंद कर दी गई थी ताकि असली जैसी परिस्थिति उत्पन्न हो। यह अभ्यास दिखाता है कि किसी आपदा के समय कैसे तत्काल निर्णय लेकर जान बचाई जा सकती है।
- SDRF के जवानों ने मॉक घायलों को एम्बुलेंस से अस्पताल पहुंचाया
- फायर ब्रिगेड ने सीमित समय में धुएं को नियंत्रित किया
- प्रशासन ने जनता से संयम और सतर्कता बनाए रखने की अपील की
प्रशासन की तैयारी और जनता की सजगता की परीक्षा थी यह मॉकड्रिल
इस तरह की मॉकड्रिल होती है ताकि आपदा या हमले की स्थिति में जान-माल की हानि कम से कम हो। अयोध्या जैसे संवेदनशील शहर में यह अभ्यास बताता है कि सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हैं और आम नागरिकों को भी सतर्क रहना चाहिए।
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(DBUP, ब्यूरो अयोध्या)
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