कानपुर: बिना सही जांच के हेयर ट्रांसप्लांट, 6 महीने में 2 मौतें, क्या हर कोई करवा सकता है हेयर ट्रांसप्लांट? #6 *OIW*
सारांश:
कानपुर में हेयर ट्रांसप्लांट के बाद इंजीनियर की मौत, पत्नी ने मेडिकल जांच के बिना, सर्जरी का आरोप लगाया। इससे पहले 19 नवंबर 2024 को भी इसी क्लिनिक में एक मौत हुई थी - बिना जाने सर्जरी करवाने से समस्या में पढ़ रहे प्रदेशवासी। हेयर ट्रांसप्लांट सर्जरी सामान्य रूप से सुरक्षित, लेकिन हर कोई नहीं करवा सकता ट्रांसप्लांट - बिना जाने, बाल पाने के चक्कर में ना गवाएं जान |
कानपुर में 6 महीने में हेयर ट्रांसप्लांट के बाद दो मौतें, जांच की मांग
कानपुर में एक ही क्लिनिक में हेयर ट्रांसप्लांट के बाद दो लोगों की मौत हो चुकी है, जिससे इस सर्जरी की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। हाल ही में एक इंजीनियर की मौत के बाद उसकी पत्नी ने आरोप लगाया कि बिना किसी उचित मेडिकल जांच या परामर्श के ट्रांसप्लांट किया गया, जिससे उसके पति के चेहरे पर सूजन आ गई थी और हालत बिगड़ती चली गई।
इससे पहले 19 नवंबर 2024 को भी इसी क्लिनिक में हेयर ट्रांसप्लांट के बाद एक और युवक की मौत हो गई थी। अब 6 महीने बाद, 13 मई को मृतक के परिवार ने पुलिस से शिकायत दर्ज कराई है।
चलिए समझते हैं हेयर ट्रांसप्लांट सर्जरी क्या होती है
हेयर ट्रांसप्लांट एक सर्जिकल प्रक्रिया होती है, जिसमें सिर के गंजे हिस्सों में बालों की जड़ें ट्रांसफर की जाती हैं। यह प्रक्रिया उन लोगों के लिए उपयुक्त होती है, जो पहले बालों के झड़ने के अन्य इलाज कर चुके होते हैं। इसके दो मुख्य तरीके होते हैं:
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FUT (फॉलिकुलर यूनिट ट्रांसप्लांटेशन)
इसमें सिर के पीछे से स्किन की एक पट्टी निकालकर बालों की जड़ें अलग की जाती हैं और गंजे हिस्सों में लगाई जाती हैं। -
FUE (फॉलिकुलर यूनिट एक्सट्रैक्शन)
इसमें माइक्रो पंच टूल की मदद से सीधे बालों की जड़ें निकाली जाती हैं, जिसमें कोई चीरा या टांका नहीं होता। यह तकनीक दाढ़ी, छाती या पेट से भी बाल निकालने की सुविधा देती है।
हर कोई नहीं करवा सकता ट्रांसप्लांट
हेयर ट्रांसप्लांट हर व्यक्ति के लिए नहीं होता। इसके लिए व्यक्ति की उम्र, बालों की स्थिति, स्किन की हेल्थ और हेल्थ कंडीशन जैसी बातों का मूल्यांकन जरूरी होता है। खासतौर पर जिन लोगों को हार्ट डिजीज, डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, स्किन एलर्जी या संक्रमण की समस्या होती है, उन्हें पहले डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
ट्रांसप्लांट से पहले इन बातों का रखें ध्यान
डॉ. शिवम गोयल, बताते हैं कि ट्रांसप्लांट कराने से पहले सर्जन की योग्यता, अनुभव और क्लिनिक की विश्वसनीयता की अच्छी तरह जांच करनी चाहिए। साथ ही अपनी सभी मेडिकल स्थितियों की जानकारी डॉक्टर को देना जरूरी है, ताकि सर्जरी सुरक्षित हो सके।
ट्रांसप्लांट के बाद कब दिखते हैं नतीजे?
- 3-4 महीने में 10-20% बाल उगते हैं।
- 6 महीने में लगभग 50% ग्रोथ नजर आती है।
- 8-9 महीने में 80% तक परिणाम दिखते हैं।
- 12 महीने में पूरी ग्रोथ पूरी तरह नजर आती है।
हालांकि यह हर व्यक्ति की शारीरिक प्रतिक्रिया पर निर्भर करता है।
सर्जरी के बाद इन सावधानियों का पालन जरूरी
सर्जरी के बाद अच्छी देखभाल न हो तो संक्रमण या दूसरी जटिलताएं हो सकती हैं। कुछ जरूरी सावधानियां:
- घाव को साफ और सूखा रखें।
- डॉक्टर द्वारा बताई गई दवाइयों का पूरा कोर्स लें।
- सिर पर जोर न डालें और धूप से बचें।
- शराब और धूम्रपान से बचें, ताकि रिकवरी ठीक से हो।
ट्रांसप्लांट के साइड इफेक्ट्स क्या हो सकते हैं?
डॉ. गोयल बताते हैं कि हेयर ट्रांसप्लांट सर्जरी सामान्य रूप से सुरक्षित होती है, लेकिन इसमें कुछ अस्थायी साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं:
- ट्रांसप्लांट वाले हिस्से में पपड़ी या सूजन
- सिर में हल्का दर्द या खुजली
- डोनर एरिया में सुन्नता या सनसनाहट
- स्किन में खिंचाव या टाइटनेस का एहसास
अगर ये लक्षण लंबे समय तक बने रहें, तो तुरंत सर्जन से संपर्क करना चाहिए।
लोग बाल पाने के चक्कर में ना गवाएं जान
कानपुर की इन दो घटनाओं से यह साफ है कि बिना जांच-पड़ताल के कॉस्मेटिक सर्जरी कराना खतरनाक हो सकता है। बाल तो दोबारा उग सकते हैं, लेकिन जिंदगी नहीं। इसलिए ट्रांसप्लांट से पहले विशेषज्ञ से सलाह लेना और क्लिनिक की विश्वसनीयता जांचना बहुत जरूरी है।
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