भारत को मिलेगा दूसरा दलित CJI: जस्टिस बीआर गवई बनेंगे 52वें मुख्य न्यायाधीश, 14 मई से संभालेंगे कार्यभार #27 *GHW*

सारांश:

DBUP नई दिल्ली: 14 मई से जस्टिस बीआर गवई बनेंगे भारत के 52वें CJI। CJI खन्ना ने सिफारिश भेजी। कार्यकाल 7 माह का, गवई होंगे के दूसरे दलित CJI। कई अहम और ऐतिहासिक मामलों का हिस्सा रहे, जिनमें 2016 की नोटबंदी को वैध ठहराना, और चुनावी बॉन्ड योजना को असंवैधानिक घोषित करना शामिल हैं।



जस्टिस बीआर गवई होंगे भारत के 52वें मुख्य न्यायाधीश

भारत के वर्तमान मुख्य न्यायाधीश संजय कुमार खन्ना ने अपने उत्तराधिकारी के रूप में जस्टिस भूषण रामकृष्ण गवई के नाम की सिफारिश की है। यह सिफारिश केंद्रीय कानून मंत्रालय को भेजी गई है, जिसे मंजूरी मिलना तय माना जा रहा है।
जस्टिस गवई 14 मई 2025 को भारत के 52वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्यभार संभालेंगे। उनका कार्यकाल लगभग 7 महीनों का होगा और वे 23 नवंबर 2025 को रिटायर होंगे।


देश के दूसरे दलित CJI होंगे जस्टिस गवई

जस्टिस गवई, देश के दूसरे दलित मुख्य न्यायाधीश होंगे। इससे पहले जस्टिस के.जी. बालाकृष्णन ने 2007 में यह पद संभाला था।
वरिष्ठता क्रम में जस्टिस गवई का नाम संजय खन्ना के बाद आता है, इसलिए परंपरा के अनुसार उन्हें उत्तराधिकारी चुना गया।


सुप्रीम कोर्ट में 2019 से कर रहे सेवा

जस्टिस गवई ने 24 मई 2019 को सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में शपथ ली थी। वे कई अहम और ऐतिहासिक मामलों का हिस्सा रहे, जिनमें

  • 2016 की नोटबंदी को वैध ठहराना,
  • और चुनावी बॉन्ड योजना को असंवैधानिक घोषित करना शामिल हैं।

अमरावती से सुप्रीम कोर्ट तक का सफर

  • जन्म: 24 नवंबर 1960, अमरावती (महाराष्ट्र)
  • कानूनी करियर की शुरुआत: 1985
  • बॉम्बे हाईकोर्ट में स्वतंत्र वकालत: 1987
  • सरकारी वकील और पब्लिक प्रॉसीक्यूटर: 1992–93, नागपुर बेंच
  • एडिशनल जज, बॉम्बे हाईकोर्ट: 14 नवंबर 2003
  • परमानेंट जज, बॉम्बे हाईकोर्ट: 12 नवंबर 2005

गुजरात में बोले थे – भरोसा टूटा, तो भीड़ का न्याय बढ़ेगा

जस्टिस गवई ने 19 अक्टूबर 2023 को गुजरात के अहमदाबाद में ज्यूडिशियल अधिकारियों के सम्मेलन में चेताया था कि
“अगर जनता का भरोसा न्यायपालिका से उठ गया तो लोग भीड़ का न्याय अपनाने लगेंगे।”
उन्होंने कहा था कि जजों को पद पर रहते हुए राजनेताओं या अफसरों की सार्वजनिक प्रशंसा से बचना चाहिए, इससे न्यायपालिका की निष्पक्षता पर असर पड़ता है।


अगला CJI हो सकते हैं जस्टिस सूर्यकांत

जस्टिस गवई के बाद वरिष्ठता क्रम में जस्टिस सूर्यकांत आते हैं। संभावना है कि वे भारत के 53वें मुख्य न्यायाधीश बनाए जाएं।


DBUP इंडिया | नई दिल्ली ब्यूरो
अगर आपके पास न्यायपालिका से जुड़ी कोई अहम जानकारी हो, तो DBUP इंडिया से साझा करें।

टिप्पणियाँ