अयोध्या - राममंदिर पहुंचे रामभक्त सपा सांसद अवधेश प्रसाद: बोले "प्रभु राम मेरे रोम रोम में - मेरा जीवन यहीं बीता" #67 (2) *QWUI*

सारांश (30 शब्दों में)
रामनवमी पर पहली बार राममंदिर पहुंचे सपा सांसद अवधेश प्रसाद, बोले – रामलला से मांगी शक्ति, जनता की उम्मीदों पर खरा उतरूं, कहा- मंदिर निर्माण अभी अधूरा, अखिलेश यादव जल्द आएंगे। राम हमारे रोम-रोम में बसे हैं। हमारा जन्म यहीं हुआ, यहीं साकेत में पढ़ाई की। हर तीसरे-चौथे दिन सीता रसोई और राम मंदिर जाते थे। राम हमारे रोम-रोम में बसे हैं। मेरे दादा का नाम रामनेवल, पिता का नाम दुखीराम, भाई का नाम रामअवध और मामा का नाम परशुराम था।



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रामनवमी पर पहली बार राममंदिर पहुंचे सपा सांसद अवधेश प्रसाद
अयोध्या से समाजवादी पार्टी के सांसद अवधेश प्रसाद रामनवमी के मौके पर शनिवार को रामलला के दर्शन करने पहुंचे। यह पहली बार था जब प्राण प्रतिष्ठा के बाद सांसद मंदिर आए। परिवार के साथ पहुंचे सांसद ने देश की खुशहाली और अयोध्या की जनता के विश्वास के लिए प्रार्थना की।

सांसद बोले – रामलला से मांगी शक्ति, जनता की उम्मीदों पर खरा उतरूं
रामलला के दर्शन के बाद सांसद अवधेश प्रसाद ने कहा,

  • "अयोध्या की जनता ने मुझ पर विश्वास कर संसद तक भेजा है, प्रभु मुझे इतनी शक्ति दें कि उनकी उम्मीदों पर खरा उतर सकूं।"
  • साथ ही उन्होंने रामराज्य की पुन: स्थापना की कामना करते हुए कहा,
    "रामचरित मानस में जैसा लिखा है – 'दैहिक, दैविक, भौतिक तापा, राम राज नहिं काहुहि ब्यापा'... ऐसा रामराज फिर लौटे, जिससे सबका कल्याण हो।"

अखिलेश यादव को दर्शन के लिए कब बुलाएंगे? – सांसद का जवाब
पत्रकार द्वारा पूछे गए सवाल पर कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव रामलला के दर्शन कब करेंगे, सांसद ने मुस्कराते हुए कहा,

  • "जब प्रभु श्रीराम बुलाएंगे, नेताजी जरूर आएंगे... बहुत जल्द आएंगे।"

राम मंदिर पर बोले- निर्माण अभी अधूरा, दो साल और लग सकते हैं
राममंदिर निर्माण को लेकर सांसद अवधेश प्रसाद ने बताया:

  • "अभी चारों तरफ काम चल रहा है। यह पूरी तरह से तैयार होने में कम से कम डेढ़ से दो साल का समय लगेगा।"
  • उन्होंने स्पष्ट किया कि वह सिर्फ सकारात्मक चीजें देखना पसंद करते हैं।

बीते वर्षों की यादें साझा कीं – ‘राम हमारे रोम-रोम में बसे हैं’
राम मंदिर और अयोध्या से जुड़ी अपनी स्मृतियों को साझा करते हुए सांसद ने कहा:

  • "हमारा जन्म यहीं हुआ, यहीं साकेत में पढ़ाई की। हर तीसरे-चौथे दिन सीता रसोई और राम मंदिर जाते थे।"
  • "राम हमारे रोम-रोम में बसे हैं। मेरे दादा का नाम रामनेवल, पिता का नाम दुखीराम, भाई का नाम रामअवध और मामा का नाम परशुराम था।"

‘छोड़िए ये सब बातें’ – राममंदिर नहीं आने के सवाल पर टाल गए सवाल
जब रिपोर्टर ने पूछा कि प्राण प्रतिष्ठा के इतने महीनों बाद वे पहली बार क्यों आए, तो सांसद अवधेश प्रसाद ने संक्षेप में कहा:

  • "छोड़िए ये सब बातें, राम तो हमारे रोम-रोम में हैं।"

निष्कर्ष
रामनवमी के दिन सपा सांसद अवधेश प्रसाद ने रामलला के दर्शन कर जनभावनाओं का सम्मान किया और मंदिर निर्माण में हो रही प्रगति पर संतुलित टिप्पणी दी। उनका यह दौरा सियासी और सांस्कृतिक दोनों दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

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टिप्पणियाँ

  1. सत्य यही है,हनुमान भक्त और श्री राम के सानिध्य,और पंचमुखी हनुमान का हर पूर्णिमा को दर्शन और सरयू स्नान गुप्तारघाट का ही फल है ,जो सांसद जैसा पद ईश्वर ने अयोध्या की धरती से बनवा दिया,जय श्री राम

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    1. जब से मै इनको जान रहा हूँ ये हनुमान जी के भक्त है

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