उत्तर प्रदेश : एसबीआई बैंक में 71 लाख का घोटाला, मृत कर्मचारियों के नाम पर लोन पास #89 *UPA0303AA*

DBUP | सारांश:

 गोरखपुर के जंगल कौड़िया स्थित एसबीआई शाखा में 71 लाख रुपये का घोटाला उजागर। 13 मृत सरकारी कर्मचारियों के नाम पर लोन पास। तीन आरोपी पुलिस हिरासत में।




मृत कर्मचारियों के नाम पर फर्जी लोन घोटाला

गोरखपुर के जंगल कौड़िया स्थित भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) शाखा में 71 लाख रुपये के गबन का मामला सामने आया। बैंक अधिकारियों और कर्मचारियों की मिलीभगत से 13 मृत कर्मचारियों के नाम पर लोन पास किए गए।


शिकायत से हुआ खुलासा

इस घोटाले का पर्दाफाश तब हुआ जब राजू सिंह नामक खाता धारक ने 4 जनवरी 2024 को क्षेत्रीय कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई। उसने बताया कि 3 लाख रुपये उसके खाते से कैंटीन कर्मचारी पंकज मणि त्रिपाठी के खाते में फर्जी तरीके से ट्रांसफर कर दिए गए। जांच बढ़ने पर घोटाले का पूरा मामला खुला।



तीन आरोपी गिरफ्तार, प्रबंधक निलंबित

जांच में सामने आया कि शाखा प्रबंधक भास्कर भूषण, अकाउंटेंट अमरेंद्र कुमार सिंह और कैंटीन कर्मचारी पंकज मणि त्रिपाठी मिलकर यह फर्जीवाड़ा कर रहे थे। अमरेंद्र गिरफ्तार होकर जेल भेजा गया, पंकज ने सरेंडर कर दिया, जबकि प्रबंधक को निलंबित कर विभागीय जांच शुरू हुई।


कैसे हुआ घोटाला?

बैंक कर्मियों ने मृत कर्मचारियों और किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) धारकों के नाम पर फर्जी लोन पास कर रकम निकाली। मुख्य आरोपी पंकज मणि त्रिपाठी ने बैंक के सेवानिवृत्त खाताधारकों की पहचान कर, दस्तावेजों में हेरफेर कर लोन पास कराया।



78 पेज की रिपोर्ट में बड़ा घोटाला उजागर

एसबीआई के सहायक महाप्रबंधक सुरेश कुमार ने जांच कर 78 पेज की रिपोर्ट जंगल कौड़िया चौकी इंचार्ज को सौंपी। इसमें 13 मृत कर्मचारियों, 3 केसीसी धारकों और पशु लोन खाताधारकों के नाम पर 71 लाख 20 हजार रुपये की जालसाजी उजागर हुई।

अब पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी है और अन्य संलिप्त लोगों की पहचान की जा रही है।

मिली जानकारी के अनुसार इस घोटाले के बाद स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया में बड़े स्तर पर जांच की संभावना है जिसमें अयोध्या सुल्तानपुर गोंडा लखनऊ वाराणसी समेत तमाम जिलों के स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया ब्रांच के संदिग्ध लोन पर नजर रखी जाएगी ।

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