DBUP Women's : "नारी: शक्ति, संघर्ष और विजय की प्रतीक" - By, Mahi Singh #23 *wds2025ms* (2)
कहते हैं, "नारी शक्ति का दूसरा नाम है," लेकिन यह सिर्फ़ शब्द नहीं, बल्कि एक सच्चाई है जिसे इतिहास से लेकर वर्तमान तक महिलाओं ने साबित किया है। वे कभी तलवार उठाकर, कभी क़लम चलाकर, तो कभी अपने संकल्प से समाज को दिशा देकर योद्धा बनी हैं।
इतिहास में नारी की वीरता
रानी लक्ष्मीबाई – जिन्होंने अंग्रेज़ों से झाँसी की रक्षा के लिए युद्ध लड़ा और कहा, "मैं अपनी झाँसी नहीं दूँगी!"
रानी चेनम्मा – दक्षिण भारत की योद्धा, जिन्होंने अंग्रेज़ों के खिलाफ वीरतापूर्वक विद्रोह किया।
बेगम हज़रत महल – 1857 की क्रांति में अंग्रेज़ों के विरुद्ध संघर्ष कर अपनी वीरता का परिचय दिया।
कैप्टन लक्ष्मी सहगल – आज़ाद हिंद फ़ौज की जांबाज़ अधिकारी, जिन्होंने भारत की आज़ादी के लिए अंग्रेज़ों से मोर्चा लिया।
आज की महिलाएँ: हर क्षेत्र में सशक्त योद्धा
भारतीय वायुसेना की महिला पायलट्स – जो अब युद्धक विमान उड़ाकर देश की रक्षा कर रही हैं।
खेल की दुनिया में महिला चैंपियंस – पीवी सिंधु, मैरी कॉम जैसी महिलाएँ विश्व पटल पर भारत का नाम रोशन कर रही हैं।
बिज़नेस और साइंस में अग्रणी महिलाएँ – किरण मजूमदार शॉ, फाल्गुनी नायर जैसी महिलाएँ उद्योग जगत में नेतृत्व कर रही हैं।
न्याय के लिए लड़ने वाली महिलाएँ – निर्भया केस की वकील सीमा समृद्धि कुशवाहा, जिन्होंने समाज में बदलाव लाने का काम किया।
Strong Womens |
"हर परिस्थिति में सक्षम और निडर"
महिलाएँ सिर्फ़ तलवार और बंदूक से नहीं, बल्कि ज्ञान, आत्मनिर्भरता और संकल्प से भी लड़ती हैं।
वे एक माँ, एक बहन, एक बेटी, एक सैनिक, एक डॉक्टर, एक वैज्ञानिक, एक नेता और एक योद्धा – हर रूप में समाज को आगे ले जा रही हैं।
समाज को बदलना होगा
महिलाएँ अब डरकर नहीं, बल्कि डटकर सामना कर रही हैं।
महिलाएँ अब सिर्फ़ सपने देखने वाली नहीं, बल्कि उन्हें पूरा करने वाली हैं।
उन्हें सिर्फ़ सम्मान की नहीं, बल्कि हर मौके की जरूरत है।
आभार और धन्यवाद
मैं DBUP India की आभारी हूँ, जिसने मुझे इस विषय पर लिखने का मंच दिया।
साथ ही, DAV पब्लिक स्कूल, कुमारगंज को भी धन्यवाद, जिसने हमें यह सिखाया कि नारी सिर्फ़ शक्ति नहीं, बल्कि स्वयं में एक क्रांति है।
"अगर नारी ठान ले, तो वह दुनिया की कोई भी जंग जीत सकती है!"
- माही सिंह, DAV पब्लिक स्कूल, कुमारगंज
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तुम हो तो सब है तुमसे ही है जीत तुमसे ही है हार..
जवाब देंहटाएंतुम हो तो सब संभव है तुमसे ही है सारा जग संसार..
तुम कुछ भी कर सकती हो तुमसे ही है जग का उद्धार...
तुम हो तो सब है
बेहतरीन लेखन..
जवाब देंहटाएंमहिलाओं के अदम्य साहस का तो पूरा इतिहास गवाह है। उनके प्रति सम्मान और और शिक्षा समाज और सरकार की जिम्मेदारी है। पूरी उम्मीद है कि एक दिन ऐसा अवश्य आयेगा जब समाज के हर क्षेत्र में महिलाओं का परचम होगा।