Ayodhya : हनुमानगढ़ी दर्शन की लाइन में दो श्रद्धालुओं की मौत, भीड़ के बीच बेहोश होकर गिरे #6


अयोध्या | सारांश:

हनुमानगढ़ी के दर्शन के लिए कतार में खड़े झांसी के मुरलीधर (75) और दिल्ली के राजेंद्र प्रसाद राजपूत (रिटायर्ड कर्मचारी) की मौत हो गई। पुलिस ने CPR दिया, लेकिन बचाया नहीं जा सका। डॉक्टरों ने नेचुरल डेथ बताया।

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हनुमानगढ़ी में श्रद्धालुओं की भीड़, दर्शन के इंतजार में दो लोगों की जान गई

अयोध्या में गुरुवार दोपहर हनुमानगढ़ी के सामने दो श्रद्धालुओं की मौत हो गई। दोनों दर्शन के लिए कतार में खड़े थे, तभी अचानक बेहोश होकर गिर पड़े। मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने CPR देकर होश में लाने की कोशिश की, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका।


झांसी के श्रद्धालु की मौत

प्रत्यक्षदर्शी अनुसार, मुरलीधर (75), निवासी दमेले चौक, झांसी अपने परिवार के साथ रामलला के दर्शन के लिए आए थे। दोपहर करीब ढाई बजे हनुमानगढ़ी के सामने दर्शन की लाइन में खड़े थे, तभी अचानक बेहोश होकर गिर पड़े।

  • परिजनों ने पानी के छींटे मारे, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली।
  • पुलिसकर्मियों ने CPR दिया, फिर भी होश नहीं आया।
  • एम्बुलेंस से जिला अस्पताल भेजा गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया

दिल्ली के श्रद्धालु भी बेहोश होकर गिरे

दिल्ली के राजेंद्र प्रसाद राजपूत, निवासी पार्क पंखा रोड, अपने परिवार के साथ गुरुवार सुबह अयोध्या पहुंचे थे। वह हनुमानगढ़ी के दर्शन के लिए लाइन में लगे थे, तभी बेहोश होकर गिर पड़े।

  • पुलिस ने तुरंत अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
  • परिजनों ने बताया, वह महाकुंभ स्नान और नेपाल यात्रा के बाद अयोध्या आए थे।
  • राजेंद्र प्रसाद दिल्ली नगर निगम से रिटायर्ड कर्मचारी थे।

डॉक्टर बोले- हार्ट अटैक नहीं, नेचुरल डेथ

क्षेत्राधिकारी आशुतोष तिवारी के अनुसार, दोनों श्रद्धालुओं की मौत को लेकर पोस्टमार्टम के बाद ही स्पष्ट जानकारी मिलेगी। हालांकि, डॉक्टरों ने इसे हार्ट अटैक नहीं, बल्कि नेचुरल डेथ बताया

श्रद्धालुओं की भीड़ और लंबी कतारें बनी चुनौती

हनुमानगढ़ी और रामलला के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है।

  • महाशिवरात्रि के दूसरे दिन 2 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने रामलला के दर्शन किए।
  • हनुमानगढ़ी में दर्शन के लिए 1-2 घंटे तक लाइन में लगना पड़ रहा है।
  • सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण के लिए जगह-जगह पुलिस तैनात की गई है।

क्या होता है CPR?

CPR (Cardiopulmonary Resuscitation) एक इमरजेंसी प्रोसीजर है, जिसमें छाती को दबाकर और मुंह से सांस देकर हृदयगति और श्वसन को दोबारा शुरू करने की कोशिश की जाती है।

कब दिया जाता है CPR?



  • अगर कोई व्यक्ति अचानक गिर जाए और उसकी सांस व धड़कन रुक जाए।
  • हृदयाघात, डूबने, बिजली का झटका लगने या घुटन जैसी स्थितियों में CPR जरूरी हो सकता है।

नोट: प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि भीड़ को ध्यान में रखते हुए दर्शन की योजना बनाएं और स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें।

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