बांग्लादेश: छात्र नेता की हत्या के बाद हिंसा भड़की, भारतीय सीमा पर सैनिक अलर्ट पर *XSAZ* #34

बांग्लादेश के छात्र नेता शरीफ उस्मान हादी की 12 दिसंबर को गोली मारकर हत्या के बाद देश में हिंसा भड़क गई है। शुक्रवार, 19 दिसंबर को उनका शव सिंगापुर से ढाका पहुंचा। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने मीडिया कार्यालयों और एक सांस्कृतिक संस्थान में आगजनी की। एक अलग घटना में, ढाका के पास भालुका में एक हिंदू युवक दीपू चंद्र दास की सामूहिक पिटाई कर हत्या कर दी गई। इधर, भारतीय सेना ने भी सीमा पर सतर्कता बढ़ा दी है।

हिंसा का दौर जारी

छात्र नेताउस्मान हादी के शव के ढाका पहुंचने के बाद शुक्रवार शाम फिर हिंसा भड़क उठी। प्रदर्शनकारियों ने राजधानी की टोपखाना रोड पर स्थित 'उदिची शिल्पी गोष्ठी' नामक एक सांस्कृतिक संस्था के कार्यालय में तोड़फोड़ कर आग लगा दी। इस संस्था का कट्टरपंथी विरोधी गतिविधियों में योगदान रहा है। इससे पहले, गुरुवार रात हादी की मृत्यु की खबर के बाद हुई हिंसा में ढाका स्थित दो प्रमुख मीडिया हाउस 'प्रोथोम आलो' और 'डेली स्टार' के कार्यालयों, साथ ही आवामी लीग के कार्यालय और एक पूर्व मंत्री के घर पर भी हमला किया गया था।

हत्या और विरोध

उस्मान हादीपर 12 दिसंबर को ढाका के बिजयनगर इलाके में सिर में गोली मारी गई थी, जिसके बाद उन्हें सिंगापुर ले जाया गया जहाँ गुरुवार रात उनकी मृत्यु हो गई। उनके शव के शुक्रवार शाम ढाका पहुंचने पर शाहबाग चौराहे सहित कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन हुए। हादी इंकलाब मंच नामक संगठन के प्रवक्ता थे, जिसकी अगस्त 2024 के छात्र आंदोलन में अहम भूमिका रही थी। अदालत में पेश आरोपियों ने हत्या के मुख्य संदिग्ध फैसल करीम के भारत भागने का दावा किया है। पुलिस ने हमलावरों की तलाश के लिए इनाम की घोषणा भी की है।

सांप्रदायिक हिंसा की घटना

हादी की हत्या से जुड़े विरोध प्रदर्शनों के समानांतर, एक अलग और चिंताजनक घटना ढाका के नजदीक भालुका में गुरुवार रात घटी। यहाँ एक हिंदू युवक दीपू चंद्र दास पर धर्म का अपमान करने का आरोप लगाकर भीड़ ने उसकी पिटाई कर हत्या कर दी। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उसके शव को नग्न करके एक पेड़ से लटकाकर आग लगा दी गई। इस घटना की वीडियो फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।

राजनीतिक प्रतिक्रियाएं और आगे की राह

बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने हिंसा और पत्रकारों पर हमलों की निंदा की है। अंतरिम राष्ट्रपति मुहम्मद यूनुस ने हादी की हत्या की घटना की निंदा करते हुए कहा कि नए बांग्लादेश में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है और दोषियों को कड़ी सजा दी जाएगी। सरकार ने हादी के सम्मान में शनिवार, 20 दिसंबर को राजकीय शोक दिवस घोषित किया है। उन्हें शनिवार को राष्ट्रीय कवि काजी नजरुल इस्लाम की समाधि के पास दफनाया जाएगा। इधर, भारतीय सेना के पूर्वी कमांड प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल आरसी तिवारी ने गुरुवार को भारत-बांग्लादेश सीमा का दौरा किया, जबकि भारतीय उच्चायोग ने देश में रह रहे भारतीय नागरिकों से सतर्क रहने की सलाह दी है। बांग्लादेश में अगले आम चुनाव 12 फरवरी, 2026 को होने हैं।

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