कानपुर देहात: नेवी अफसर की पत्नी ट्रेन से गिरी, टीटीई पर हत्या का गंभीर आरोप *UHJK* #15

कानपुर देहात के नेवी अफसर अजय सिंह की पत्नी आरती यादव की 26 नवंबर 2025 को इटावा के भरथना के पास ट्रेन से गिरकर मौत हो गई। परिवार का आरोप है कि गलत ट्रेन पकड़ने पर टीटीई ने उन्हें धक्का देकर गिरा दिया। शव के टुकड़े अलग-अलग जगह मिले, जिससे संदेह गहरा गया है। यह हादसा रेल यात्रा की सुरक्षा पर सवाल खड़े करता है।
कानपुर देहात के भोगनीपुर क्षेत्र में रहने वाले नेवी अफसर 
अजय सिंह का परिवार इन दिनों गहन शोक में डूबा हुआ है। उनकी पत्नी आरती यादव, जो घर की इकलौती बहू थीं, की संदिग्ध परिस्थितियों में ट्रेन हादसे में मौत हो गई। अजय सिंह 2014 में भारतीय नेवी में भर्ती हुए थे और वर्तमान में मुंबई के सीकरी में एसीओ के पद पर तैनात हैं। इससे पहले उनकी पोस्टिंग कोच्चि नेवल एयरक्राफ्ट यार्ड में रही। 26 फरवरी 2020 को नौबस्ता, कानपुर नगर निवासी आरती से उनकी शादी हुई थी। दंपति के पांच वर्षों तक कोई संतान न होने पर दिल्ली में इलाज चल रहा था।

ट्रेन यात्रा का दुखद मोड़
19 नवंबर 2025 को अजय सिंह ने मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनल से कानपुर सेंट्रल जाने वाली ट्रेन का टिकट अपनी पत्नी के नाम बुक किया था। 21 नवंबर को अजय को चेन्नई के तमबरम रवाना होना था, इसलिए आरती अकेले ही घर लौट रही थीं। 26 नवंबर को सुबह ट्रेन नौ घंटे की देरी से कानपुर सेंट्रल पहुंची। इसी दौरान आरती गलती से पटना-आनंद विहार स्पेशल ट्रेन (04089) में सवार हो गईं। परिवार के अनुसार, गलत ट्रेन पकड़ने को लेकर टीटीई से विवाद हुआ, जिसमें उन्हें धक्का देकर ट्रेन से गिरा दिया गया। यह घटना साम्हो-भरथना स्टेशन के बीच एस-11 कोच के पास हुई।

शव बरामदगी ने बढ़ाई संशय की परतें
बुधवार 26 नवंबर 2025 को इटावा के भरथना के पास पोल संख्या 1132 के आसपास आरती का शव मिला। एक यात्री ने रेलवे हेल्पलाइन 139 पर सूचना दी। जीआरपी टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच की। शव का एक हाथ घटनास्थल से 200 मीटर दूर पड़ा था, जिसमें गर्म पट्टी बंधी हुई थी। पास ही ब्लूटूथ डिवाइस भी बरामद हुआ। पर्स शव मिलने की जगह से करीब चार किलोमीटर दूर मिला, जबकि मोबाइल की लोकेशन तीसरी जगह ट्रेस हुई। गुरुवार सुबह परिजन घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने इसे सामान्य हादसा मानने से इनकार किया, कहा कि अलग-अलग जगहों पर सामान बिखरा मिलना धक्का देकर गिराए जाने का संकेत देता है। परिजनों का मानना है कि संघर्ष के दौरान ही यह बिखराव हुआ होगा।

परिवार की मांग और आगे की कार्रवाई
अजय सिंह के माता-पिता भगवान सिंह और सरोज सिंह के इकलौते बेटे का घर पोखराया नगर पालिका के गायत्री नगर, अहरौली शेख में 2000 वर्ग फुट का है। परिवार टीटीई के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहा है। यह मामला रेलवे सुरक्षा और यात्रियों के व्यवहार पर गंभीर सवाल उठाता है, जहां छोटी सी चूक घातक साबित हो गई।

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