लखनऊ: यूपी शिक्षा चयन आयोग को नया अध्यक्ष, पूर्व डीजीपी प्रशांत कुमार को मिली जिम्मेदारी *SEDR* #32

उत्तर प्रदेश सरकार ने पूर्व पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार को राज्य के शिक्षा सेवा चयन आयोग का नया अध्यक्ष नियुक्त किया है। मई में सेवानिवृत्त हुए श्री कुमार को यह जिम्मेदारी छह महीने बाद मिली है। उनकी नियुक्ति से अस्थायी रूप से रुकी शिक्षक भर्ती प्रक्रियाओं के फिर से शुरू होने की उम्मीद है।

नई नियुक्ति, नई उम्मीद

उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य के शिक्षा सेवा चयन आयोग के अध्यक्ष पद के लिए पूर्व पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) प्रशांत कुमार का चयन किया है। इस पद पर उनका कार्यकाल तीन वर्ष का होगा। आधिकारिक आदेश जारी होने के बाद वे इस महत्वपूर्ण जिम्मेदारी का निर्वहन करेंगे। इस आयोग के माध्यम से प्रदेश में माध्यमिक और उच्च शिक्षा के शिक्षकों की भर्ती की जाती है।

आयोग का गठन और पिछला इतिहास

राज्य सरकार ने वर्ष 2024 में उच्च शिक्षा सेवा चयन आयोग और माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन आयोग का विलय कर एकीकृत यूपी शिक्षा सेवा चयन आयोग का गठन किया था। इसके पहले अध्यक्ष प्रोफेसर कीर्ति पांडेय थे, जिनके हाल ही में इस्तीफा देने के बाद यह पद खाली था। श्री कुमार इस एकीकृत आयोग के दूसरे अध्यक्ष होंगे।

भर्ती प्रक्रिया पर असर

पिछले अध्यक्ष के इस्तीफे के बाद आयोग के कई काम रुक गए थे। सहायक प्रोफेसर भर्ती के साक्षात्कार और टीजीटी-पीजीटी भर्ती परीक्षाओं को स्थगित कर दिया गया था। नए अध्यक्ष की नियुक्ति के बाद इन प्रक्रियाओं के फिर से शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही है। अध्यक्ष पद के लिए चयन प्रक्रिया 10 दिसंबर को पूरी हुई थी, जिसमें आवेदन आमंत्रित किए गए थे।

प्रशांत कुमार का सफर

प्रशांत कुमार का जन्म बिहार के सीवान जिले में हुआ था। आईपीएस अधिकारी बनने से पहले उन्होंने एमएससी, एमबीए और एमफिल की शैक्षणिक उपाधियाँ प्राप्त की हैं। उन्हें शुरू में तमिलनाडु कैडर आवंटित हुआ था, लेकिन वर्ष 1994 में एक यूपी कैडर की आईएएस अधिकारी से विवाह के बाद उन्होंने उत्तर प्रदेश कैडर में स्थानांतरण ले लिया था। राज्य के पुलिस महानिदेशक के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान कई नामचीन अपराधियों के मामलों में पुलिस कार्रवाई की चर्चा रही है।

टिप्पणियाँ