सुल्तानपुर: अवैध टैक्सी स्टैंड संचालक पर मुकदमा, वसूली और वाहन अपहरण के प्रयास का आरोप *HJNB* #18
सुल्तानपुर के कोतवाली नगर क्षेत्र में अमहट और पयागीपुर चौराहों पर अवैध टैक्सी स्टैंड के संचालक काजिम व उसके साथियों पर सोमवार देर रात पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया। उन पर अधिवक्ता समर बहादुर सिंह से 10 हजार रुपये छीनने, वाहन ओवरटेक कर अपहरण का प्रयास और मनमानी वसूली का आरोप है। प्रति यात्री 200 रुपये लेकर निजी वाहनों से लखनऊ भेजा जाता है, जिससे सरकारी राजस्व को लाखों का नुकसान हो रहा है। बार एसोसिएशन के हस्तक्षेप के बाद कार्रवाई हुई।
पुलिस कार्रवाई का आधार बनी घटना
सुल्तानपुर के कोतवाली नगर थाने ने सोमवार देर रात अवैध टैक्सी स्टैंड संचालक काजिम और उसके अज्ञात साथियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की। आरोप है कि उन्होंने अधिवक्ता समर बहादुर सिंह से मनमानी रकम मांगी, उनके वाहन को ओवरटेक कर अपहरण का प्रयास किया और 10 हजार रुपये छीन लिए। इस घटना के सामने आने के बाद बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राघवेंद्र प्रताप सिंह तथा महासचिव दिनेश कुमार दूबे ने तत्काल संज्ञान लिया और प्रशासन से हस्तक्षेप की मांग की। उनके दबाव में ही पुलिस ने मुकदमा दर्ज कराया।
अवैध संचालन से सरकारी नुकसान
अमहट और पयागीपुर चौराहों पर रोजाना दर्जनों निजी वाहन लखनऊ के लिए चलाए जाते हैं, जो कागजातों में निजी हैं लेकिन टैक्सी की तरह इस्तेमाल हो रहे हैं। संचालक यात्रियों से प्रति व्यक्ति 200 रुपये वसूलते हैं और सरकारी रोडवेज बसों में चढ़ने नहीं देते। इससे हर महीने लाखों रुपये का राजस्व हानि हो रही है। पिछले महीने चले यातायात जागरूकता अभियान के दौरान दोपहिया वाहनों तथा ई-रिक्शाओं पर चालान तो हुए, लेकिन इन अवैध वाहनों पर कोई सख्ती नहीं बरती गई। गौ रक्षा वाहिनी के सदस्य सर्वेश सिंह ने पहले ही निजी वाहन संचालकों व काजिम जैसे व्यक्तियों के खिलाफ प्रशासन को ज्ञापन सौंपा था।
स्थानीय असंतोष और आगे की उम्मीदें
स्थानीय लोग लंबे समय से इस अवैध गतिविधि की शिकायत कर रहे हैं, जो यात्रियों को परेशान कर रही है। पुलिस की इस कार्रवाई से उम्मीद है कि अवैध स्टैंड पर लगाम लगेगी और सरकारी परिवहन को बढ़ावा मिलेगा। हालांकि, अभियान के दौरान हुई चूक ने सवाल खड़े किए हैं कि क्या अब सख्त निगरानी होगी।
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