लखनऊ: यूपी भाजपा अध्यक्ष पद की दौड़, पंकज चौधरी सबसे आगे *DECU* #34
उत्तर प्रदेश भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष का चयन 14 दिसंबर को होना है। इस रेस में केंद्रीय मंत्री व 7 बार के सांसद पंकज चौधरी सबसे आगे माने जा रहे हैं। केंद्रीय मंत्री बी.एल. वर्मा और पूर्व मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति के नाम भी चर्चा में हैं। यह चयन खरमास से पहले और आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए अहम माना जा रहा है।
अध्यक्ष पद के लिए प्रमुख दावेदार
उत्तर प्रदेश भाजपा के अगले प्रदेश अध्यक्ष का चयन 14 दिसंबर को होने की उम्मीद है। पार्टी ने तय किया है कि नया अध्यक्ष पिछड़े वर्ग से होगा। इस रेस में सबसे प्रबल दावेदार के रूप में केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री और महाराजगंज के 7 बार के सांसद पंकज चौधरी का नाम सामने आ रहा है। वह ओबीसी के कुर्मी समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। अन्य संभावित उम्मीदवारों में केंद्रीय मंत्री बी.एल. वर्मा (लोधी समुदाय) और पूर्व केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति (निषाद समुदाय) शामिल हैं।
चुनाव प्रक्रिया और समयसीमा
प्रदेश अध्यक्ष चुनाव के लिए पार्टी ने सभी प्रांतीय परिषद सदस्यों को लखनऊ पहुंचने का निर्देश दिया है। चुनाव अधिकारी डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय के अनुसार, 13 दिसंबर को दोपहर एक से दो बजे के बीच नामांकन पत्र दाखिल होंगे। इस प्रक्रिया में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और राष्ट्रीय महामंत्री विनोद तावड़े की मौजूदगी रहेगी। यदि मतदान होता है तो 84 संगठनात्मक जिलों के 380 से अधिक प्रांतीय परिषद सदस्य इसमें भाग लेंगे। हालांकि, पार्टी सूत्रों का मानना है कि चुनाव निर्विरोध हो सकता है।
राजनीतिक संभावनाएं और प्रभाव
इस चयन का आगामी पंचायत व विधानसभा चुनावों के लिए रणनीतिक महत्व है। कुर्मी समाज, जिसकी आबादी यादवों के बाद सबसे अधिक है, को भाजपा का मजबूत वोट बैंक माना जाता है। वहीं, लोधी और निषाद समाज में पार्टी की पकड़ को मजबूत करना भी एक लक्ष्य है। इस नियुक्ति के बाद योगी सरकार के दूसरे मंत्रिमंडल विस्तार की भी संभावना है, जिसमें दलित प्रतिनिधित्व बढ़ाने और वर्तमान में खाली 6 पदों को भरने पर विचार हो सकता है। वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया जाना प्रस्तावित है।
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