अयोध्या: डोगरा रेजिमेंट के छठे अग्निवीर बैच का पासआउट, 748 जवान अनुशासन और पराक्रम से चमके *TGHY* #14
अयोध्या के डोगरा रेजिमेंट सेंटर में बुधवार को छठे निरवीर बैच के 748 जवानों ने 31 सप्ताह की कठोर ट्रेनिंग पूरी कर पासआउट परेड में हिस्सा लिया। परेड में तालमेल और साहस की शानदार झलक दिखी। प्रमुख अतिथि मेजर जनरल पाइनस दुग्गल ने जवानों के आत्मविश्वास की तारीफ की। गुरुवार से ये जवान उत्तर प्रदेश व अन्य राज्यों की विभिन्न इकाइयों में तैनात होंगे।
परेड में अनुशासित प्रदर्शन की चमक
भारतीय सेना की प्रतिष्ठित डोगरा रेजिमेंट ने अयोध्या में एक यादगार आयोजन किया, जहां छठे निरवीर बैच के युवा सैनिकों ने राष्ट्र रक्षा के लिए अपनी तैयारी का प्रमाण दिया। इस भव्य पासआउट परेड में 748 निरवीरों ने पूर्ण समन्वय के साथ कदमताल की, जो उनके अनुशासन और साहस का प्रतीक बनी। परेड का संचालन निरवीर पिंटू ठाकुर ने किया, जिसने पूरे समारोह को नई ऊर्जा प्रदान की। देशभक्ति के गीतों और जोशीले नारों के बीच जवानों ने सेवा, अनुशासन और सेना की परंपराओं को मजबूत करने की प्रतिज्ञा दोहराई। यह दृश्य न केवल प्रेरणादायक था, बल्कि सेना की मजबूत नींव को भी उजागर करता है।
ट्रेनिंग की सफलता और सम्मानित योद्धा
इन जवानों ने 31 सप्ताह की सख्त ट्रेनिंग को सफलतापूर्वक पार किया, जो उनकी दृढ़ता का प्रमाण है। परेड के दौरान उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए निरवीर वंश शर्मा को गोल्ड मेडल से नवाजा गया, जो पूरे कोर्स में प्रथम रहे। इसी तरह, आनवीर वंश शर्मा को भी गोल्ड मेडल मिला, जबकि निरवीर लोकेश कुमार को समग्र रूप से द्वितीय स्थान के लिए चुना गया। प्रमुख अतिथि मेजर जनरल पाइनस दुग्गल ने परेड का निरीक्षण किया और जवानों के बढ़ते आत्मविश्वास व प्रशिक्षण स्तर की सराहना की। उनके शब्दों ने युवाओं को और प्रेरित किया।
तैनाती की नई शुरुआत और परिजनों का साथ
समारोह में ब्रिगेडियर जितेंद्र शर्मा सिंह सहित कई पूर्व सैनिक, जूनियर कमीशंड ऑफिसर और जवानों के परिजन बड़ी संख्या में उपस्थित रहे, जिनकी मौजूदगी ने माहौल को और गर्मजोशी भरा बना दिया। पासआउट के बाद ये 748 निरवीर गुरुवार से उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों की विभिन्न इकाइयों में अपनी जिम्मेदारियां संभालने के लिए रवाना होंगे। परेड का समापन जयकारों और उत्साहपूर्ण वातावरण में हुआ, जो सेना के गौरवपूर्ण भविष्य का संकेत देता है। यह बैच न केवल संख्या में मजबूत है, बल्कि भावना में भी अटल।
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