उत्तर प्रदेश: भीषण शीतलहर का प्रकोप, 1 जनवरी तक 12वीं तक के सभी स्कूल बंद #89 *WER*
उत्तर प्रदेश में कड़ाके की ठंड और घने कोहरे को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ा फैसला लिया है। प्रदेश के नर्सरी से लेकर 12वीं तक के सभी स्कूल और कॉलेज अब 1 जनवरी 2025 तक बंद रहेंगे। 28 दिसंबर को राज्य के 45 शहरों में धूप नहीं निकली, जबकि मेरठ 5.9 डिग्री सेल्सियस के साथ सबसे ठंडा जिला दर्ज किया गया।
मुख्यमंत्री का बड़ा फैसला: अब 1 जनवरी तक रहेगा अवकाश
उत्तर प्रदेश में मौसम के बिगड़ते मिजाज को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के सभी शिक्षण संस्थानों को 1 जनवरी तक बंद रखने का निर्देश दिया है। यह आदेश नर्सरी से लेकर कक्षा 12वीं तक के सभी स्कूलों और कॉलेजों पर लागू होगा। इससे पहले कई जिलों के जिलाधिकारियों ने स्थानीय स्तर पर 31 दिसंबर तक छुट्टियां घोषित की थीं, लेकिन अब मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद पूरे प्रदेश में एक समान व्यवस्था लागू कर दी गई है।
कोहरे और ठंड से जनजीवन अस्त-व्यस्त
रविवार को प्रदेश के आगरा, गोरखपुर और कानपुर समेत 45 जिलों में भीषण कोहरा छाया रहा। 18 जिलों में दृश्यता (विजिबिलिटी) शून्य दर्ज की गई, जिससे यातायात पर बुरा असर पड़ा है। वाराणसी, गोरखपुर और जालौन जैसे प्रमुख स्टेशनों पर 50 से अधिक ट्रेनें 2 से 10 घंटे की देरी से पहुंचीं, वहीं गोरखपुर एयरपोर्ट पर भी उड़ानों में देरी हुई। मौसम विभाग के अनुसार, अगले 2-3 दिनों तक भयंकर ठंड और घने कोहरे की स्थिति बनी रहेगी। लखनऊ, वाराणसी और प्रयागराज सहित 38 जिलों में पारा 10 डिग्री से नीचे रहने का अनुमान है।
सड़क हादसे और सुरक्षा चेतावनी
कोहरे के कारण प्रदेश में कई जगह दुर्घटनाओं की खबरें हैं। बुलंदशहर में कोहरे की वजह से एक कार सड़क किनारे टकरा गई, जिससे उसमें आग लग गई; हालांकि कार सवार सेना के जवान ने कूदकर अपनी जान बचाई। शनिवार को भी अलग-अलग सड़क हादसों में करीब 30 गाड़ियां आपस में टकरा गईं। प्रशासन ने लोगों को इस खराब मौसम में अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी है। पिछले एक सप्ताह के भीतर ठंड के कारण प्रदेश में पांच लोगों की मृत्यु की खबर भी सामने आई है।
किसानों के लिए विशेष कृषि परामर्श
बदलते मौसम और पाले को देखते हुए कृषि विशेषज्ञों ने किसानों को सतर्क रहने की सलाह दी है। वैज्ञानिकों का कहना है कि गेहूं की फसल में पहली सिंचाई के बाद यदि जिंक की कमी दिखे, तो जिंक सल्फेट और यूरिया के घोल का छिड़काव करें। सरसों और चने की फसल में नमी बनाए रखने के लिए हल्की सिंचाई की सिफारिश की गई है। वहीं, टमाटर और मिर्च जैसी सब्जियों को रोगों से बचाने के लिए उचित कीटनाशकों के छिड़काव के निर्देश दिए गए हैं।
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