लखनऊ: फिक्की फ्लो के राष्ट्रीय अधिवेशन में सीएम ने महिलाओं के लिए नई संभावनाओं पर जोर दिया
लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में शुक्रवार शाम फिक्की फ्लो का तीन दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन शुरू हुआ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए और दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उन्होंने महिलाओं की उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए राज्य की प्रतिबद्धता पर बल दिया, जो कानून-व्यवस्था सुधार और निवेश-अनुकूल माहौल से संभव हुआ है। यह आयोजन 22 नवंबर तक चलेगा, जिसमें 500 से अधिक महिला उद्यमियों ने हिस्सा लिया।
अधिवेशन का मुख्य केंद्र: महिला सशक्तिकरण और स्टार्टअप
देशभर से 25 से अधिक चैप्टर्स की 500 से ज्यादा महिला उद्यमी, उद्योग प्रतिनिधि और नीति विशेषज्ञ इस अधिवेशन में जुटे। कार्यक्रम का फोकस उत्तर प्रदेश में महिलाओं की आर्थिक भागीदारी मजबूत करना, एमएसएमई क्षेत्र में महिला नेतृत्व को प्रोत्साहन देना तथा स्टार्टअप इकोसिस्टम में नई राहें खोलना रहा। विशेष रूप से 'मेक इन यूपी' को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने और महिला उद्यमिता, स्टार्टअप इनोवेशन की चुनौतियों पर चर्चा हुई। यह आयोजन मंगलवार 22 नवंबर को मर्करी ऑडिटोरियम में जारी रहेगा।
सीएम की अपील: सुरक्षा और स्वावलंबन से यूपी नंबर वन
मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि राज्य अब महिला सुरक्षा और स्वावलंबन में अग्रणी है। मिशन शक्ति, ओडीओपी, महिला स्वयं सहायता समूह तथा स्टार्टअप नीति जैसे प्रयासों से लाखों महिलाएं आर्थिक रूप से मजबूत बनी हैं। अपराध दर में कमी और व्यापारिक माहौल के सुधार से महिलाओं के लिए अवसर बढ़े हैं। उनका लक्ष्य स्पष्ट है कि आने वाले समय में उत्तर प्रदेश सबसे बड़ा महिला-नेतृत्व वाला स्टार्टअप केंद्र बने। पिछले सात वर्षों में बुनियादी ढांचे और उद्योगों के लिए अनुकूल वातावरण तैयार करने से यह संभव हुआ।
पैनल चर्चाओं में उभरे सुझाव
शुभारंभ सत्र के बाद महिला सीईओ, अंतरराष्ट्रीय वक्ता और नीति जानकारों की पैनल चर्चाएं हुईं। इनमें निवेश अवसर, डिजिटल कौशल विकास, वैश्विक व्यापार तथा महिला-प्रधान एमएसएमई को मजबूत करने पर महत्वपूर्ण विचार सामने आए। यह अधिवेशन न केवल विचार-विमर्श का मंच बना, बल्कि महिलाओं के लिए व्यावहारिक सुझावों का संग्रह भी साबित हुआ।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें