लखनऊ:आयुष्मान कार्ड घोटाला सामने आया, नकली आईडी से 300 से अधिक कार्ड बनाए गए *FEAM* #23

उत्तर प्रदेश मेंदीपावली की छुट्टियों के दौरान जालसाजों ने स्टेट एजेंसी फॉर कॉम्प्रहेंसिव हेल्थ एंड इंटीग्रेटेड सर्विसेज (साचीज) के अधिकारियों की नकली आईडी बनाकर 300 से ज़्यादा आयुष्मान कार्ड बना डाले। इनमें बरेली, शाहजहांपुर और जालंधर के लोगों के कार्ड शामिल हैं। साचीज ने सभी कार्ड अवैध घोषित कर दिए हैं और पुलिस के साथ विभागीय जाँच शुरू की गई है।

धोखाधड़ी का पर्दाफाश

लखनऊ केसैदापुर निवासी शिवम पाठक की एक शिकायत के बाद हुई जाँच में आयुष्मान कार्ड के बड़े पैमाने पर किए गए फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ। जाँच में पता चला कि आईएसए आईडी यूएसईआर 6801737 का इस्तेमाल करके अबुल कलाम के नाम से एक कार्ड जारी किया गया था। इसके बाद गहन जाँच में करीब 300 से अधिक ऐसे फर्जी कार्ड सामने आए, जो नकली आईडी के जरिए बनाए गए थे।

अनुमोदन प्रक्रिया में की गई छेड़छाड़

जालसाजोंने कार्डों को अनुमोदित करवाने के लिए साचीज के सक्षम अधिकारियों की नकली पहचान बनाई। धोखाधड़ी करने वालों ने पोर्टल पर मोबाइल नंबर बदल दिए, ताकि ओटीपी संबंधित अधिकारियों के बजाय उनके पास पहुंचे। इसी ओटीपी के जरिए नए आयुष्मान कार्डों को मंजूरी दी गई। इस पूरे मामले में अनुमोदन प्रक्रिया में शामिल अधिकारियों की भूमिका की भी जाँच की जा रही है।

की गई कार्रवाई और जाँच

मामलेकी सूचना यूआईडीए के उप महानिदेशक को दी जा चुकी है। साचीज ने सभी फर्जी कार्डों को अवैध घोषित कर दिया है और इन कार्डों से उपचार पर दावों के भुगतान पर रोक लगा दी गई है। स्टेट नोडल अधिकारी द्वारा हजरतगंज थाने में इस संबंध में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। विभागीय जाँच के दायरे में पिछले छह महीने में जारी किए गए अन्य कार्डों की भी जाँच की जाएगी।

योजना का उद्देश्य

स्टेट एजेंसीफॉर कॉम्प्रहेंसिव हेल्थ एंड इंटीग्रेटेड सर्विसेज (साचीज) द्वारा आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना और मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान के तहत आयुष्मान कार्ड जारी किए जाते हैं। इस कार्ड के माध्यम से लाभार्थियों को मुफ्त चिकित्सा सुविधा प्राप्त होती है।

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