कानपुर: आईआईटी में बीटेक छात्र ने आत्महत्या की, पिता ने लगाए गंभीर आरोप *HJKD* #6
कानपुर आईआईटी के हॉस्टल-1 के कमरे नंबर 123 में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के फाइनल ईयर के छात्र धीरज सैनी (22) का शव फंदे से लटका मिला। दो दिन तक कमरा बंद रहने और बदबू आने पर साथी छात्रों ने प्रशासन को सूचित किया। पिता सतीश सैनी ने आईआईटी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, "आईआईटी कानपुर मेरा सब कुछ खा गया।"
छात्र की मौत का इस तरह हुआ था पता
हॉस्टल के कमरे से लगातार बदबू आ रही थी, जिसके बाद साथी छात्रों ने इसकी सूचना आईआईटी प्रशासन और पुलिस को दी। कल्याणपुर पुलिस ने कमरे का दरवाजा तोड़कर अंदर जांच की तो धीरज का शव फंदे से लटका हुआ मिला। पुलिस के मुताबिक, शव काफी सड़ चुका था और कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।
पिता के दिल को छू गए थे बेटे के आखिरी शब्द
धीरज के पिता सतीश सैनी हरियाणा के महेंद्रगढ़ निवासी हैं और हलवाई का काम करते हैं। उन्होंने बताया कि धीरज ने अपनी बहन मोनिका से पांच दिन पहले ही फोन पर बात करते हुए कहा था कि वह दिसंबर में छुट्टियों में घर आएगा और मार्च तक उसे नौकरी भी मिल जाएगी। सतीश ने कहा, "मेरा बच्चा हीरा था, मैंने कैसे मेहनत करके उसे पढ़ाया, बता नहीं सकता।"
परिवार पर टूटा क्या है सितम?
पिता सतीश सैनी ने आरोप लगाया, "आईआईटी कानपुर ने मेरे बेटे के साथ क्या किया, यह आप लोग बताइए? अब मैं कभी कानपुर नहीं आऊंगा।" उन्होंने यह भी बताया कि उन्होंने अभी तक अपनी पत्नी सरोज बाला को इस दुर्घटना की जानकारी नहीं दी है, क्योंकि इस खबर को सुनने के बाद उनके जीवित रहने की उम्मीद नहीं है। परिवार के अन्य सदस्य शव लेने कानपुर पहुंचे हैं।
पुलिस और प्रशासन ने क्या दिया जवाब?
एसीपी कल्याणपुर रंजीत कुमार ने बताया कि छात्र के शव मिलने की पुष्टि की है और घरवालों के आने पर मौत के कारणों की स्पष्ट जांच की जाएगी। वहीं, कल्याणपुर थाना प्रभारी अजय प्रकाश मिश्रा ने बताया कि धीरज को 28 सितंबर के बाद से किसी ने नहीं देखा था। उन्होंने कहा कि इन दिनों छुट्टियां चल रही थीं, इसलिए किसी ने विशेष ध्यान नहीं दिया।
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