चंडीगढ़ : सीबीआई ने डीआईजी हरचरण भुल्लर को रिश्वत मामले में भेजा जेल, कोठी से 7.5 करोड़ नकद व सोना बरामद *SDEK* #8
पंजाब पुलिस के डीआईजी हरचरण सिंह भुल्लर और बिचौलिए कृष्णू को सीबीआई ने रिश्वत मामले में गिरफ्तार कर चंडीगढ़ की विशेष अदालत में पेश किया, जहाँ दोनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया। छापेमारी में डीआईजी के आवास से 7.5 करोड़ रुपये नकद और 2.5 किलो सोना बरामद हुआ।
चलिए समझते हैं पूरा घटनाक्रम
केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने पंजाब पुलिस के रोपड़ रेंज के डीआईजी हरचरण सिंह भुल्लर को गुरुवार को रिश्वत लेने के आरोप में मोहाली से गिरफ्तार किया था। उनके साथ बिचौलिए के रूप में पहचाने गए नाभा निवासी कृष्णू को भी गिरफ्तार किया गया। शुक्रवार को दोनों आरोपियों को चंडीगढ़ जिला अदालत में सीबीआई की विशेष अदालत में पेश किया गया, जिसने उन्हें 14 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
क्या है रिश्वत मामले की जड़?
यह मामला मंडी गोबिंदगढ़ के एक स्क्रैप डीलर अकाश बत्ता की शिकायत से शुरू हुआ। अकाश बत्ता ने 11 अक्टूबर को डीआईजी हरचरण सिंह भुल्लर के खिलाफ रिश्वत मांगने की शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में आरोप लगाया गया था कि भुल्लर ने एक मामले में कार्रवाई न करने के बदले में 8 लाख रुपये रिश्वत की मांग की थी। यह राशि फतेहगढ़ साहिब के एक स्क्रैप डीलर से ली जानी थी।
छापेमारी में क्या-क्या बरामद हुआ?
सीबीआई ने इस मामले की जांच के तहत पंजाब और चंडीगढ़ में डीआईजी भुल्लर से जुड़े कई स्थानों पर छापेमारी की। इस दौरान भारी मात्रा में संपत्ति बरामद हुई:
चंडीगढ़ स्थित आवास से:
· लगभग 7.5 करोड़ रुपये नकद
· करीब 2.5 किलोग्राम सोने के गहने
· परिवारजनों और संदिग्ध बेनामी नामों पर 50 से अधिक अचल संपत्तियों के दस्तावेज
· कई बैंक खातों के विवरण और लॉकर की चाबियाँ
· चार हथियार और 100 जिंदा कारतूस
समराला स्थित फार्महाउस से:
· महंगी 108 शराब की बोतलें
· 5.7 लाख रुपये नकद
· 17 जिंदा कारतूस
बिचौलिए के आवास से:
· 21 लाख रुपये नकद
· कई संदिग्ध और आपत्तिजनक दस्तावेज
इसके अलावा, लग्जरी घड़ियां (रोलेक्स और राडो) भी बरामद की गई हैं, जिससे पता चलता है कि आरोपी को महंगी वस्तुओं का शौक था।
आगे क्या चल रही है जांच?
सीबीआई ने बताया कि बरामद दस्तावेजों और संपत्तियों की जांच जारी है। एजेंसी का कहना है कि मामले में आगे और खुलासे होने की संभावना है। बरामद हथियारों और शराब की बोतलों सहित सभी सबूतों का विश्लेषण किया जा रहा है ताकि रिश्वतखोरी के इस नेटवर्क की पूरी तरह से पड़ताल की जा सके।
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