अयोध्या: मॉरीशस PM नवीनचंद्र ने रामलला के दर्शन किए, CM योगी ने कहा- 500 साल की तपस्या का नतीजा है मंदिर *MZLZ* #10

सारांश: मॉरीशस के PM नवीनचंद्र रामगुलाम शुक्रवार को पत्नी संग अयोध्या पहुंचे। CM योगी ने स्वागत किया और उन्होंने राम मंदिर में 25 मिनट तक पूजा-अर्चना की। इससे पहले उन्होंने काशी विश्वनाथ मंदिर में भी पूजा की और गंगा आरती में शामिल हुए।

चलिए समझते हैं पूरा घटनाक्रम

मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम अपनी पत्नी और 70 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के साथ शुक्रवार, 12 सितंबर को अयोध्या पहुंचे। एयरपोर्ट पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनका फूलमालाओं से स्वागत किया। इसके बाद वे सीधे राम मंदिर पहुंचे जहाँ उन्होंने करीब 25 मिनट तक रामलला के दर्शन-पूजन किए। अयोध्या में करीब 45 मिनट बिताने के बाद वे देहरादून के लिए रवाना हो गए।

काशी में बाबा विश्वनाथ के दर्शन और गंगा आरती का अनुभव

अयोध्या की यात्रा से पहले मॉरीशस PM की पहली प्राथमिकता काशी थी। सुबह करीब 9:45 बजे उन्होंने काशी विश्वनाथ मंदिर में बाबा का दर्शन किया और षोडशोपचार विधि से अभिषेक करवाया। करीब आधे घंटे तक वे मंदिर परिसर में रहे। इस दौरान उन्होंने क्रीम रंग का कुर्ता-पायजामा और पीले रंग की जैकेट पहनी हुई थी।

गुरुवार शाम को वे दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती में शामिल हुए थे। उन्होंने गंगा माँ में फूल अर्पित कर आशीर्वाद लिया और अपनी पत्नी के साथ सेल्फी भी खींची। मॉरीशस की वित्त मंत्री ज्योति ने कहा कि वाराणसी के स्वागत और गंगा आरती के अनुभव ने उनका दिल छू लिया।

"भारत और मॉरीशस पार्टनर नहीं, परिवार हैं"
गुरुवार को मॉरीशस PM ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता की थी। इस दौरान PM मोदी ने कहा कि भारत और मॉरीशस के बीच का रिश्ता सिर्फ एक औपचारिक साझेदारी नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक मिलन है, वे परिवार हैं। मॉरीशस PM ने वाराणसी में मिले स्वागत से प्रसन्नता जताते हुए कहा कि उन्हें लगता है कि किसी अन्य प्रधानमंत्री को कभी इतना शानदार स्वागत नहीं मिला होगा।

"राम मंदिर 500 साल के संघर्ष का परिणाम है" - CM योगी

अयोध्या में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राम मंदिर का निर्माण सनातन संतों की 500 वर्षों की तपस्या और संघर्ष का परिणाम है। उन्होंने बताया कि मॉरीशस PM ने उनसे पूछा था कि मंदिर बनने में कितना समय लगा, तो उन्होंने यही जवाब दिया।

योगी जी ने कहा कि गंगा, गौ, राम, कृष्ण, बाबा विश्वनाथ और गंगा-यमुना-सरयू जैसी नदियाँ सनातन धर्म के प्रतीक हैं। उन्होंने संतों की परंपरा को सनातन धर्म की शक्ति बताया और कहा कि उन्हीं के आशीर्वाद से यह ऐतिहासिक सपना साकार हुआ है। इस अवसर पर जगद्गुरु रामानंदाचार्य स्वामी रामदेवेशाचार्य महाराज, महंत देवेंद्र प्रसादाचार्य सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।

आगे की यात्रा
मॉरीशस के PM 9 से 16 सितंबर तक भारत की यात्रा पर हैं। अयोध्या और काशी के बाद अब वे तिरुपति बालाजी के दर्शन के लिए जाएंगे और मुंबई में एक व्यावसायिक कार्यक्रम में भी भाग लेंगे।


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