गोरखपुर: पशु तस्करों ने NEET छात्र की हत्या की, SP घायल; योगी बोले- दोषियों को नहीं बख्शेंगे #6 *IOW*
सारांश:
गोरखपुर के पिपराइच थाना क्षेत्र के मऊआचापी गांव में सोमवार रात पशु तस्करों ने NEET छात्र दीपक गुप्ता (19 वर्ष) की पीट-पीटकर हत्या कर दी। एसपी नॉर्थ जितेंद्र श्रीवास्तव समेत दो अधिकारी ग्रामीणों से हुई झड़प में घायल हुए। सीएम योगी आदित्यनाथ ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आदेश दिया है।
चलिए समझते हैं पूरा घटनाक्रम
गोरखपुर जिले के पिपराइच थाना क्षेत्र में सोमवार रात साढ़े ग्यारह बजे का वक्त था। करीब 10-12 पशु तस्कर दो पिकअप वैनों में सवार होकर मऊआचापी गांव पहुंचे। गांव के एंट्री पॉइंट पर दुर्गेश गुप्ता की फर्नीचर की दुकान थी। सुनसान देखकर तस्करों ने दुकान का ताला तोड़ने की कोशिश शुरू कर दी।
तस्करों का पर्दाफाश और भगदड़
दुकान के ऊपरी मंजिल पर दुर्गेश के भांजे की नजर तस्करों पर पड़ी। उसने तुरंत दुर्गेश के बेटे और NEET के छात्र दीपक गुप्ता को फोन किया। दीपक ने शोर मचाया और स्कूटी पर सवार होकर दुकान की ओर भागा। उसके साथ 10-15 ग्रामीण भी पहुंच गए। शोर सुनकर तस्कर भागने लगे, लेकिन ग्रामीणों से उनका आमना-सामना हो गया।
छात्र का अपहरण और बर्बर हत्या
मुठभेड़ के दौरान तस्करों ने हवाई फायरिंग की। दीपक जो सबसे आगे था, उसे तस्करों ने पकड़कर अपनी गाड़ी में खींच लिया और फरार हो गए। करीब साढ़े चार घंटे बाद, दीपक का शव गांव से करीब 4 किमी दूर खून से लथपथ अवस्था में मिला। उसका सिर कुचला हुआ था।
गुस्साई भीड़ का प्रदर्शन और पुलिस से भिड़ंत
मंगलवार सुबह सात बजे जब हत्या की खबर फैली, तो गुस्साई भीड़ ने गोरखपुर-पिपराइच रोड जाम कर दिया। ग्रामीणों ने एक तस्कर को पकड़ लिया, उसकी गाड़ी फूंक दी और उसे जमकर पीटा। पुलिस के मौके पर पहुंचने और तस्कर को छुड़ाने की कोशिश करने पर ग्रामीण एसपी नॉर्थ जितेंद्र श्रीवास्तव और पिपराइच थाना प्रभारी से भिड़ गए। झड़प में एसपी और थाना प्रभारी घायल हो गए। पुलिस पर पथराव भी हुआ।
सीएम योगी का हस्तक्षेप और अधिकारियों का दौरा
मामला सीएम योगी आदित्यनाथ तक पहुंचा। उन्होंने अधिकारियों को तुरंत मौके पर पहुंचने और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया। उन्होंने स्पष्ट कहा कि दोषियों को नहीं बख्शा जाएगा। इसके बाद डीआईजी शिवसिंह चनप्पा और एसएसपी राजकरण नय्यर घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने परिजनों से बात करके दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का भरोसा दिलाया, जिसके बाद परिजनों ने धरना वापस लिया।
परिवार की मांग और माहौल
छात्र दीपक के माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल है। उसकी मां ने कहा कि उनके बेटे के हत्यारों को जान से मार दिया जाए, तभी उन्हें शांति मिलेगी। पुलिस ने मामले की तहकीकात तेज कर दी है और आरोपियों की तलाश जारी है।
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