कुमारगंज: विश्व रेबीज दिवस पर जागरूकता कार्यक्रम, ग्रामीणों को बताए बचाव के उपाय *GTRH* #6

आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के पशु लोक स्वास्थ्य विभाग व परिसर चिकित्सालय द्वारा विश्व रेबीज दिवस के उपलक्ष्य में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। जोरियम, पिठला व खंडासा आदि गांवों के लगभग 100 ग्रामीणों ने इसमें भाग लिया।

कार्यक्रम का आयोजन

कुलपति डा. बिजेंद्र सिंह के दिशा-निर्देशन में आयोजित इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य रेबीज जैसी घातक बीमारी के प्रति लोगों को जागरूक करना था। विभागाध्यक्ष डा. नमिता जोशी ने ग्रामीणों को इस बीमारी के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की।

रेबीज से बचाव के उपाय

डा. नमिता जोशी ने बताया कि रेबीज एक जानलेवा बीमारी है जो संक्रमित जानवरों के काटने या चाटने से फैलती है। उन्होंने जोर देकर कहा कि इससे बचाव के लिए पालतू जानवरों का टीकाकरण, जंगली जानवरों से दूरी बनाए रखना और किसी भी काटने या चाटने की स्थिति में तुरंत चिकित्सकीय सलाह लेना अत्यंत जरूरी है। उन्होंने सांप के काटने पर भी झाड़-फूंक या घरेलू उपचार के बजाय तत्काल अस्पताल जाने की सलाह दी।

बच्चों के टीकाकरण पर जोर

इसी क्रम में, जोरियम गांव में परिधान एवं वस्त्र विज्ञान विभाग द्वारा बच्चों के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए एक अलग सत्र आयोजित किया गया। डा. विभा परिहार और मनप्रीत ने माताओं को सही समय पर बच्चों का टीकाकरण कराने के महत्व के बारे में जागरूक किया। यह कार्यक्रम अधिष्ठाता डा. साधना सिंह के संयोजन में संपन्न हुआ, जिसमें लगभग 100 ग्रामीण महिलाओं एवं बालिकाओं ने भाग लिया।

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