बरेली: इंटरनेट बंद, तौकीर रजा गिरफ्तार; योगी बोले- ऐसा सबक सिखाएंगे कि पीढ़ियां दंगे भूल जाएंगी #8 *AW*
बरेली में 'आई लव मोहम्मद' को लेकर हुए बवाल के बाद शनिवार को इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई। इत्तेहादे मिल्लत काउंसिल के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा समेत 8 लोग गिरफ्तार किए गए, जबकि 39 लोगों को हिरासत में लिया गया। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ऐसा सबक सिखाएंगे कि पीढ़ियां दंगे करना भूल जाएंगी।
पुलिस की कार्रवाई तेज, इंटरनेट बंद
शुक्रवार को हुई हिंसा के बाद बरेली पुलिस ने शनिवार को कड़ी कार्रवाई की। दोपहर करीब साढ़े चार बजे जिले में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गईं। डीआईजी अजय कुमार साहनी ने बताया कि माहौल शांत होने पर सेवा बहाल की जाएगी। हिंसा की जांच के लिए एक जांच टीम भी गठित की गई है, जिसे 10 दिन के भीतर रिपोर्ट देनी होगी।
तौकीर रजा को फतेहगढ़ जेल भेजा गया
मौलाना तौकीर रजा को गिरफ्तार करने के बाद पहले बरेली जेल में रखा गया, लेकिन बाद में शनिवार शाम उन्हें फतेहगढ़ जेल भेज दिया गया। पुलिस ने 2000 अज्ञात लोगों के खिलाफ शहर के पांच थानों में मुकदमे दर्ज किए हैं। बताया गया है कि दर्ज 10 मुकदमों में से 7 में तौकीर रजा का नाम शामिल है।
चलिए समझते हैं पूरा घटनाक्रम
दरअसल, शुक्रवार को मौलाना तौकीर रजा की अपील पर भीड़ सड़क पर उतर आई थी। पुलिस के रोकने पर भीड़ ने पथराव किया, जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए लोगों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा था। यह विवाद 'आई लव मोहम्मद' बैनर को लेकर शुरू हुआ था।
सीएम योगी की प्रतिक्रिया: 'मौलाना भूल गया किसका शासन है'
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को श्रावस्ती में एक कार्यक्रम के दौरान इस मामले पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, "मौलाना भूल गया कि शासन किसका है? वो मानता था कि धमकी देंगे और जबरदस्ती जाम कर देंगे। हमने कहा कि जाम नहीं होगा। कर्फ्यू भी नहीं लगने देंगे। ऐसा सबक सिखाएंगे कि तुम्हारी आने वाली पीढ़ियां दंगे करना भूल जाएंगी।" उन्होंने आगे कहा कि कुछ लोगों को शांति अच्छी नहीं लगती और शारदीय नवरात्र में माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया जा रहा है।
विवाद की शुरुआत कानपुर से हुई थी
'आई लव मोहम्मद' विवाद की शुरुआत कानपुर में 4 सितंबर को बारावफात के जुलूस के दौरान एक बैनर लगाए जाने से हुई थी। इसके बाद यह विवाद कई अन्य शहरों में फैल गया। इसके जवाब में हिंदू संगठनों ने 'आई लव महादेव' जैसे बैनर लगाए हैं। वहीं, लखनऊ में 'आई लव श्री योगी आदित्यनाथ जी' और 'आई लव बुलडोजर' के होर्डिंग लगाए गए हैं, जबकि बाराबंकी में 'आई लव मोहम्मद' के पोस्टर फाड़े जाने पर हंगामा हुआ था।
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