अयोध्या : एनआईआरएफ रैंकिंग 2025 में शामिल होने वाला यूपी का पहला कृषि विश्वविद्यालय बना ANDUAT #9 *WQ*
सारांश:
आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (ANDUAT), अयोध्या, NIRF 2025 रैंकिंग में शामिल होने वाला उत्तर प्रदेश का पहला कृषि विश्वविद्यालय बना। इसने देशभर में 151-200 और राज्य विश्वविद्यालयों में 51-100 का समूह रैंक हासिल किया। कुलपति डॉ. बिजेंद्र सिंह व उनकी टीम को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने बधाई दी।
चलिए समझते हैं पूरी उपलब्धि
अयोध्या स्थित आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (ANDUAT) ने शिक्षा के क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। विश्वविद्यालय नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (NIRF) 2025 की रैंकिंग में शामिल होने वाला उत्तर प्रदेश का पहला और अकेला कृषि विश्वविद्यालय बन गया है।
क्या है रैंकिंग का आंकड़ा
NIRF 2025 की जारी रैंकिंग में ANDUAT को देशभर के सभी विश्वविद्यालयों की श्रेणी में 151-200 के रैंक बैंड में जगह मिली है। वहीं, राज्य विश्वविद्यालयों की श्रेणी में इसका स्थान 51-100 के बीच है। प्रदेश के किसी भी अन्य कृषि विश्वविद्यालय को इस रैंकिंग में स्थान नहीं मिल सका।
राज्यपाल और कुलपति ने जताई खुशी
इस सफलता पर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. बिजेंद्र सिंह ने पूरे विश्वविद्यालय परिवार को बधाई दी। उन्होंने इस उपलब्धि का श्रेय प्रदेश की कुलाधिपति और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के मार्गदर्शन को दिया। राज्यपाल ने भी कुलपति डॉ. सिंह और उनकी पूरी टीम को इस ऐतिहासिक सफलता के लिए बधाई और शुभकामनाएं दीं।
पिछले पांच सालों में कई मील के पत्थर
कुलपति डॉ. बिजेंद्र सिंह ने बताया कि पिछले पांच वर्षों में विश्वविद्यालय ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई उपलब्धियां हासिल की हैं। इससे पहले, राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद (NAAC) से A++ ग्रेड हासिल करने वाला भी यह प्रदेश का पहला कृषि विश्वविद्यालय बना था। इस नई उपलब्धि की खबर मिलते ही विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं, शिक्षकों, वैज्ञानिकों और कर्मचारियों में खुशी की लहर दौड़ गई।
कैसे मिली यह सफलता?
विश्वविद्यालय के इंटरनल क्वालिटी एश्योरेंस सेल (IQAC) के निदेशक डॉ. सुशांत श्रीवास्तव ने बताया कि रैंकिंग में सुधार लाने के लिए कुलपति डॉ. बिजेंद्र सिंह के नेतृत्व में एक समिति लगातार काम कर रही थी। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय ने शिक्षा मंत्रालय द्वारा निर्धारित सभी मानकों पर खरा उतरने के बाद ही यह मुकाम हासिल किया है। गोवा में हुए क्यूएस इंडिया समिट में विश्वविद्यालय के प्रदर्शन की समीक्षा का भी इस सफलता में योगदान रहा। डॉ. श्रीवास्तव ने राज्यपाल के अपर मुख्य सचिव डॉ. सुधीर एम. बोबडे के मार्गदर्शन और पूरी टीम के परिश्रम के लिए आभार जताया।
रैंकिंग कैसे तय होती है?
शिक्षा मंत्रालय द्वारा NIRF रैंकिंग की प्रक्रिया को कार्यान्वित करने के लिए कई मानक निर्धारित किए गए हैं। इन मानकों पर खरा उतरने के बाद ही किसी शिक्षण संस्थान की रैंकिंग तय होती है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय हर साल रैंकिंग के आधार पर शीर्ष विश्वविद्यालयों और कॉलेजों की सूची जारी करता है, जो अलग-अलग श्रेणियों और विषयों के आधार पर विभाजित होती है।
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