अयोध्या-वाराणसी हाईस्पीड एक्सप्रेसवे: 200 KM का नया रूट, यात्रा का समय घटकर मात्र 2 घंटे रह जाएगा *ZXCM* #10



अयोध्या-वाराणसी हाईस्पीड एक्सप्रेसवे: 200 KM का नया रूट, यात्रा का समय घटकर मात्र 2 घंटे रह जाएगा

सारांश:
एनएचएआई ने अयोध्या से वाराणसी तक 200 किमी लंबे एक्सेस कंट्रोल एक्सप्रेसवे के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू की है। पूर्व सांसद लल्लू सिंह ने इसे पीएम मोदी और मंत्री गडकरी की दूरदर्शी सोच बताया। यह पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जुड़ेगा।


क्या है पूरी योजना?

नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने इस प्रस्तावित 200 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेसवे के लिए कांन्सटेंसी (सलाहकार संस्था चुनने) की टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी है।

चयनित सलाहकार संस्था इस प्रोजेक्ट के लिए डीपीआर (डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार करेगी। खास बात यह है कि इस नए एक्सप्रेसवे को मौजूदा पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से भी जोड़ा जाएगा।

इस एकीकरण से न सिर्फ अयोध्या और वाराणसी, बल्कि अयोध्या से दिल्ली तक की कनेक्टिविटी भी और ज्यादा मजबूत, तेज और सुगम होगी। यात्रियों को सुरक्षित और निर्बाध सफर का अनुभव मिलेगा।


पूर्व सांसद लल्लू सिंह ने जताया आभार

पूर्व सांसद लल्लू सिंह ने खुशी जाहिर की और कहा कि वह लंबे समय से अयोध्या और वाराणसी के बीच सड़क कनेक्शन बेहतर करने के लिए प्रयासरत थे।

उन्होंने इसका श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी की दूरदर्शी सोच को दिया। उन्होंने अयोध्या के संत-महात्माओं और आम जनता की तरफ से दोनों नेताओं का आभार व्यक्त किया।


अयोध्या बन रहा है प्रमुख सड़क केंद्र

सड़क परिवहन मंत्रालय द्वारा अयोध्या में कई बड़ी इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं पर काम चल रहा है। इनमें शामिल हैं:

  • 84 कोसी परिक्रमा मार्ग
  • अयोध्या से जनकपुर (नेपाल) तक रामजानकी मार्ग
  • अयोध्या-सुल्तानपुर रोड
  • अयोध्या-जगदीशपुर मार्ग
  • राम वन गमन पथ

यातायात दबाव कम करने के लिए लखनऊ हाईवे पर ओवरब्रिज-अंडरपास बनाए गए हैं और 55 करोड़ रुपये की लागत से अयोध्या बाईपास का सौंदर्यीकरण भी कराया जा चुका है।


रिंग रोड और प्रयागराज हाईवे पर भी काम

शहर का रिंग रोड बनाने का काम तेजी से आगे बढ़ रहा है, जो ट्रैफिक कम करने और राष्ट्रीय कनेक्टिविटी बढ़ाने में मददगार होगा।

वहीं, अयोध्या-प्रयागराज ग्रीनफील्ड एक्सेस कंट्रोल 6 लेन हाईवे के पहले चरण का काम भी शुरू हो गया है, जिसके तहत प्रतापगढ़ तक के लिए सीमांकन (लैंड मार्किंग) चल रहा है।


आर्थिक और धार्मिक पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा

इन सभी परियोजनाओं के पूरा होने के बाद अयोध्या उत्तर भारत का एक प्रमुख सड़क कनेक्टिविटी हब बन जाएगा।

इससे न सिर्फ धार्मिक पर्यटन को बड़ा प्रोत्साहन मिलेगा, बल्कि क्षेत्र की औद्योगिक और व्यापारिक गतिविधियां भी तेज होंगी और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।



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