अयोध्या: हनुमानगढ़ी प्रसाद में मिलावट पकड़ी गई, लड्डू-बेसन-घी के नमूने फेल #19 *GJQ*

अयोध्या की हनुमानगढ़ी में प्रसाद के रूप में चढ़ने वाले लड्डू, बेसन और देसी घी के तीन नमूने फूड सेफ्टी विभाग की जांच में फेल पाए गए। 29 सितंबर को लिए गए 31 सैंपल में बेसन और लड्डू में कृत्रिम रंग तथा घी में बासीपन मिला। संतों ने इसे चिंताजनक बताया।

चलिए समझते हैं पूरा घटनाक्रम

अयोध्या स्थित हनुमानगढ़ी मंदिर के बाहर प्रसाद बेचने वाली दुकानों से खाद्य सुरक्षा विभाग की एक टीम 29 सितंबर को पहुंची। टीम ने यहां से लड्डू, बेसन और देसी घी सहित कुल 31 नमूने एकत्र किए। जांच रिपोर्ट में तीन नमूने मानकों पर खरे नहीं उतरे।

जांच में क्या-क्या सामने आया?

जांच के नतीजों ने प्रसाद में गुणवत्ता की गंभीर चूक को उजागर किया। देसी घी के नमूने में रेंसिडिटी (बासीपन) की मात्रा अधिक पाई गई। वहीं, बेसन में पीलापन बढ़ाने के लिए कृत्रिम रंग का इस्तेमाल किया गया था। इसी तरह लड्डू के नमूनों में भी हानिकारक कृत्रिम रंग मिलाए गए पाए गए।

संतों ने जताई नाराजगी

हनुमानगढ़ी के संत ने इस मामले पर गहरी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि मंदिर में केवल उच्च क्वालिटी के बेसन और शुद्ध देसी घी से बने लड्डू ही चढ़ाए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि व्यापारियों को अपनी गलती सुधारनी होगी और गुणवत्ता बनाए रखनी होगी।

क्या है प्रसाद के व्यापार का दायरा?

हनुमानगढ़ी के आस-पास लगभग 250 दुकानें प्रसाद बेचती हैं, जिनमें रोजाना 40 से 50 क्विंटल लड्डू का व्यापार होता है। मंगलवार और शनिवार के दिन यह मात्रा 60-70 क्विंटल तक पहुंच जाती है। अनुमान है कि प्रतिदिन लगभग 10,000 श्रद्धालु इन्हें प्रसाद के रूप में खरीदते हैं। अयोध्या के सहायक खाद्य आयुक्त द्वितीय मानिक चंद्र सिंह ने पुष्टि की कि तीन नमूनों की गुणवत्ता संतोषजनक नहीं पाई गई और कुछ दुकानदार कृत्रिम रंग मिला रहे हैं।

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