लद्दाख डीजीपी ने वांगचुक के पाकिस्तानी कनेक्शन का दावा किया, हिंसा में सेल्फ डिफेंस फायरिंग की बात कही #18 *GHQ*

लद्दाख के डीजीपी एसडी सिंह जामवाल ने शनिवार को लेह में कहा कि सोनम वांगचुक का पाकिस्तानी जासूस से संपर्क था और 24 सितंबर की हिंसा में पुलिस ने सेल्फ डिफेंस में फायरिंग की, जिसमें 4 युवकों की मौत हुई। वांगचुक को शुक्रवार को गिरफ्तार कर एनएसए लगाया गया है।


डीजीपी के दावों पर एक नजर

लद्दाख के पुलिस महानिदेशक एसडी सिंह जामवाल ने शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने दावा किया कि सोनम वांगचुक का एक पाकिस्तानी खुफिया एजेंट से संपर्क था और वह उनसे जुड़ी जानकारी पाकिस्तान भेज रहा था। डीजीपी ने यह भी बताया कि वांगचुक पाकिस्तान के अखबार डॉन के एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे और बांग्लादेश भी गए थे।

हिंसा में क्या हुआ था?

24 सितंबर को लेह में हुई हिंसा के दौरान चार युवकों की मौत हो गई और 80 लोग घायल हुए, जिनमें 40 पुलिसकर्मी शामिल हैं। इस घटना के बाद अब तक 60 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। हिंसा पर डीजीपी जामवाल ने कहा कि पुलिस ने आत्मरक्षा में फायरिंग की थी और अगर ऐसा नहीं किया गया होता तो पूरा लेह जल गया होता। हिंसा के बाद लगाए गए तीन दिन के कर्फ्यू में शनिवार दोपहर चार घंटे की ढील दी गई।

वांगचुक की गिरफ्तारी का तरीका

सोशल एक्टिविस्ट सोनम वांगचुक को शुक्रवार दोपहर करीब 2:30 बजे उनके गांव उल्याकटोपो से गिरफ्तार किया गया। उन पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) लगाया गया और उन्हें हवाई मार्ग से राजस्थान की जोधपुर सेंट्रल जेल भेज दिया गया। गिरफ्तारी उस प्रेस कॉन्फ्रेंस से ठीक पहले की गई, जिसमें वांगचुक शामिल होने वाले थे।

स्थानीय नेताओं ने उठाए सवाल

लेह एपेक्स बॉडी (LAB) के सह-अध्यक्ष चेरिंग दोरजे ने पुलिस कार्रवाई पर सवाल उठाए। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस और सीआरपीएफ ने हिंसा रोकने के लिए न तो पानी की बौछारें छोड़ीं और न ही चेतावनी गोलियां चलाईं, बल्कि सीधे अंधाधुंध फायरिंग की। LAB ने माना कि हिंसा काबू से बाहर हो चुके युवाओं से हुई, लेकिन किसी विदेशी ताकत का हाथ नहीं है।

एनजीओ पर शिकंजा कसा

गृह मंत्रालय ने वांगचुक की संस्था स्टूडेंट्स एजुकेशनल एंड कल्चरल मूवमेंट ऑफ लद्दाख (SECMOL) का विदेशी फंडिंग लाइसेंस रद्द कर दिया है। आरोप है कि संस्था ने फंडिंग का गलत इस्तेमाल किया। इसके अलावा, सीबीआई ने वांगचुक की दूसरी एनजीओ हिमालयन इंस्टीट्यूट ऑफ ऑल्टरनेटिव्स लद्दाख (HIAL) के खिलाफ विदेशी चंदा कानून (FCRA) के उल्लंघन की जांच शुरू कर दी है।

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